कटनी । जिला अस्पताल हमेशा से ही स्वास्थ्य सुविधाओं में लापरवाही के लिए चर्चा में रहा है. गुरुवार को जिला अस्पताल परिसर में उस वक्त हंगामा मच गया, जब एक युवक ने सिविल सर्जन ऑफिस के बाहर खुद पर पेट्रोल उड़ेल लिया. जिसके बाद जिला अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. युवक का आरोप था कि वह पिछले डेढ़ माह से टीवी बीमारी की दवाओं के लिए परेशान है और जब वह सिविल सर्जन से मिलने गया तो उसे भगा दिया गया.
जिला अस्पताल में मरीज का हंगामा ये है पूरा मामला जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी अशोक मिश्रा गुरुवार की दोपहर को सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा से मिलने पहुंचे. अशोक का आरोप है कि वह पिछले डेढ़ माह से दवा के लिए अस्पताल के चक्कर लगा रहा है और जब यह बात करने सिविल सर्जन के पास पहुंचा, तो डॉ. यशवंत वर्मा ने उसे दोबारा टेस्ट कराने के बाद ही दबा मिलने की बात कही.जबकि युवक का कहना है कि वह पहले ही टेस्ट करा चुका है और वह दोबारा टेस्ट क्यों कराए, इस बात को उसने सिविल सर्जन से कहा तो उन्होंने गलत व्यवहार कर भगा दिया. जिसके बाद अशोक बाहर निकला और उसने अपने पास रखे पेट्रोल को शरीर पर उड़ेल लिया. युवक के हंगामा करते ही स्टाफ और चौकी से पुलिस पहुंची. हालांकि पुलिस ने युवक को समझाया जिसके बाद वह मान गया.
डॉक्टर की सफाई
सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा का कहना है कि उन्होंने युवक को रोग संबंधित टेस्ट कराने को कहे थे. किसी भी प्रकार की ना तो अभद्रता की गई और ना ही दवा देने से इनकार किया गया. उनका कहना है कि जांच के बाद ही टीबी रोग संबंधित दवा दी जा सकती है.