कटनी। आवारा पशुओं की वजह से सड़क हादसों में हो रहे इजाफे से बचने के लिए उनके गले में रेडियम बेल्ट बांधा जा रहा है. यह पहल एक गो सेविका ने शुरू की है. गो रक्षा फोर्स कमांडो संघ, कटनी की जिला अध्यक्ष अमिता श्रीवास सड़कों पर आवारा पशुओं जैसे गायों और कुत्तों के गले पर रेडियम बेल्ट बांधने का काम पिछले दो माह से कर रही हैं. अमिता ने खुद के खर्चे से करीब 500 साख तरह के रेडियम बेल्ट बनवाए हैं. हालांकि अमिता अब तक करीब 200 पशुओं के गले में ये रेडियम बेल्ट बांध चुकी है.
सड़क हादसों से बचने के लिए अमिता की पहल, गाय के गले में बांधे रेडियम बेल्ट - Radium belts being tied to animals in katni
कटनी जिले हो रहे सड़क हादसों में कई हादसे सड़क पर घूमने वाले आवारा पशुओं की वजह से होते हैं, ऐसे में गो रक्षा फोर्स कमांडो संघ की जिला अध्यक्ष अमिता श्रीवास गायों और कुत्तों के गले पर रेडियम बेल्ट बांधने का काम कर रही हैं.
सड़कों पर होने वाले हादसों में बड़ी संख्या में लोगों की मौत होती है, कई बार ऐसा होता है कि सड़क पर चलने वाले आवारा पशु हादसे का कारण बनते रहते हैं. ये रेडियम इन पशुओं के गले में एक सिग्नल का कमा करेगी, ऐसे में रात के दौरान वाहनों की लाइट से ये रेडियम बेल्ट चमकने लगेगी, जिससे इस तरह के सड़क हादसों में कमी लाई जा सकेगी. अमिता श्रीवास ने बताया कि 'हम रात के समय इन पशुओं और वाहन चालकों की सुरक्षा के लिए यह कर रहे हैं. हम उच्च क्वालिटी के रेडियम टेप का इस्तेमाल कर रहे हैं, हमने बीते दो माह से जानवरों के गले में ये बेल्ट लगाना शुरू कर दिये थे.'
गौरतलब है कि कटनी जिले में सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या अन्य शहरों की तुलना में ज्यादा है. ये हादसे कई कारणों से होते हैं, लेकिन इनमें ये आवारा पशु भी प्रमुखता से आते हैं. आंकड़ों की बात करें तो साल 2019 और 2020 के बीच हर साल हजारों लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई है. इस तरह से हर दिन सड़क हादसों में करीब 2 से 3 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है.