कटनी। मध्यप्रदेश सरकार ने बुधवार को विधानसभा में साल 2019- 20 का बजट पेश किया है. बजट में सरकार ने स्वास्थ्य पर भी बड़ी राशि खर्च करने का भरोसा दिया है. लेकिन यह राशि कहां खर्च की जाएगी, इसका अनुमान लगाना कठिन है. हाल ही में प्रदेश के 11 जिलों में अलग से आईसीयू का निर्माण कराया गया, लेकिन इसकी सबसे ज्यादा जरूरत जिन जिलों में थी. वहां उनका लाभ नहीं मिल पाया है.
बजट में स्वास्थ्य सुविधाओं पर करोड़ों देने का वादा, डाक्टर और स्टाफ की कमी को किया नजरअंदाज
कटनी में बड़ी संख्या में मरीज अपना इलाज कराने सिविल अस्पताल पहुंचते हैं. इस सिविल अस्पताल में स्टॉफ की भारी कमी है. जिसके चलते आए दिन परेशानियां देखने को मिलती हैं.
कटनी में बड़ी संख्या में मरीज अपना इलाज कराने सिविल अस्पताल पहुंचते हैं. इस सिविल अस्पताल में स्टॉफ की भारी कमी है. जिसके चलते आए दिन परेशानियां देखने को मिलती हैं. सिविल सर्जन के मुताबिक जिला अस्पताल में 50 फीसदी डॉक्टरों और 50 स्टॉफ की कमी है. जबकि वार्ड बॉय की 90 फीसदी कमी है.
ऐसे में अस्पताल को चलाने में परेशानी आती है. सिविल सर्जन का कहना है कि उन्होंने स्टाफ की कमी को लेकर कई बार शासन को पत्र भेजा. लेकिन शासन की तरफ से कोई ध्यान नहीं दिया गया. कटनी के अलावा इस हॉस्पिटल में 5 जिलों के और मरीज आते हैं. जिनको स्वास्थ्य सेवाएं देना बहुत कठिन है. गौरतलब है कि स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर नए बजट में सरकार ने 24 हजार करोड़ से ज्यादा की खर्च का वादा किया है. लेकिन डाक्टर और स्टाफ की कमी सरकार के इस बजट पर साफ नजर आ रही है.