कटनी। प्रसिद्ध मानस गृहस्थ संत देव प्रभाकर शास्त्री के निधन की खबर सुनते ही शिष्य मंडली वह भक्त दत्ताधाम पहुंच रहे हैं. दरअसल समूचे देश में दद्दा जी के नाम से प्रसिद्ध मानस गृहस्थ संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री का रविवार रात्रि लगभग 8:40 पर निधन हो गया. उनके देवलोक गमन की सूचना मिलते ही देश भर में मौजूद उनके लाखों शिष्यों में शोक व्याप्त हो गया है. दद्दा जी करीब 83 वर्ष के थे, उनका अंतिम संस्कार आज अंततः धाम में किया जाएगा. कटनी लाए जाने के बाद आज सुबह से ही दूर-दूर से बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन करने पहुंच रहे है. पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोत, पूर्व मंत्री संजय पाठक सहित कई बड़ी हस्तियों ने भी कटनी पहुंचकर उनके अंतिम दर्शन किए. गौरतलब है कि, दद्दा जी का स्वास्थ्य कुछ दिनों से खराब चल रहा था. फेफड़ों में इन्फेक्शन की वजह से उन्हें दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल ले जाया गया था. चिकित्सकों ने काफी इलाज के बाद सुधार ना होता देख उन्हें घर ले जाने की सलाह दी थी. रविवार रात एयर एंबुलेंस से जलपुर लाया गया था. उसके बाद उन्हें रात्रि में ही कटनी लाया गया था.
संत देव प्रभाकर शास्त्री, दद्दा जी का देहावसान, अंतिम दर्शन के लिए शिष्य सहिय पहुंच रहे कई दिग्गज
प्रसिद्ध मानस गृहस्थ संत देव प्रभाकर शास्त्री के निधन की खबर सुनते ही शिष्य मंडली वह भक्त दत्ताधाम पहुंच रहे हैं. दरअसल समूचे देश में दद्दा जी के नाम से प्रसिद्ध मानस गृहस्थ संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री का रविवार रात्रि लगभग 8:40 पर निधन हो गया.
जीवन रक्षक प्राणली के बीच कटनी स्थित दादा धाम में भी विशेषज्ञों की टीम उनके उपचार में जुटी हुई थी. दोपहर में उनका डायलिसिस भी किया गया. लेकिन रात्रि करीब 8 बजकर 40 मीनट पर दद्दा जी ने अंतिम सांस ली. विश्व कल्याण की कामना के साथ पूज्य दद्दा जी ने शिवलिंग निर्माण के अलावा 50 से ज्यादा अन्य यज्ञों और श्रीमद्भागवत के आयोजनों से देश में धर्म की ज्योति प्रज्वलित की. एक जानकारी के मुताबिक दद्दा जी के 18 लाख से ज्यादा दीक्षित शिष्य तथा बड़ी संख्या में देश भर में उनके अनुयाई हैं., राजनेता, अभिनेता तथा सभी वर्गों के लोग शामिल हैं.