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श्रमिक की मौत के बाद दुकान संचालक अपने वादे से पलटा, पीड़ित परिवार ने कलेक्टर से लगाई मदद की गुहार

कटनी के स्लीमनाबाद में एक मार्बल दुकान संचालक ने पहले अपनी दुकान में काम करने वाले कर्मचारी की मौत के बाद पीड़ित परिवार से उनके भरण-पोषण का वादा किया था. लेकिन दुकान संचालक अब अपने वादे से मुकर रहा है, जिसके चलते मृतक की पत्नी पर आर्थिक तंगी और बच्चियों की शिक्षा का बोझ आ गया है. ऐसे में अपनी गुहार लेकर महिला कलेक्ट्रेट पहुंची.

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Published : Oct 21, 2020, 12:50 PM IST

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वादे के बाद मुकरा संचालक

कटनी।अपने पति की मौत के बाद एक महिला अपनी पांच बच्चियों के साथ कलेक्ट्रेट इस आस में पहुंची, कि उसे वहां से कोई मदद मिल जाएगी. बच्चियों के पिता के जाने के बाद अब महिला बेबस हो चुकी है. आर्थिक तंगी और बच्चियों की शिक्षा का बोझ नहीं उठा पा रही है. महिला का आरोप है, कि उनकी इस हालत का जिम्मेदार स्लीमनाबाद क्षेत्र में संचालित ओजस्वी मार्बल दुकान संचालक है. दुकान संचालक ने भरण-पोषण का वादा किया, लेकिन अब वह मुकर रहा है.

वादे के बाद मुकरा संचालक

कलेक्ट्रेट पहुंची राधा बाई ने बताया कि उसका पति मानिक लाल कुशवाहा ओजस्वी मार्बल एंड ग्रेनाइट हरदुआ में काम करता था. 18 जुलाई 2016 को काम के दौरान 30 फिट उंचाई से गिरने की वजह से उन्हें गंभीर चोटें आईं. इस घटना की जानकारी पीड़ित के परिजनों को देने के बजाए संचालक ने शैलबी अस्पताल जबलपुर रेफर कर दिया गया. वहीं स्लीमनाबाद थाने में भी इस घटना की कोई जानकारी नहीं दी गई. जब परिजनों को मानिक के साथ हुई घटना की जानकारी मिली तो वे आनन-फानन में जबलपुर पहुंचे, जहां उसकी हालत नाजुक थी. परिजनों से इस बीच ओजस्वी मार्बल के संचालक ने सीधे बात कर किसी भी तरह की रिपार्ट और शिकायत करने से मना कर दिया. संचालक ने परिजनों से वादा किया, कि मानिक की पत्नी और उनकी पांचों बच्चियों का भरण-पोषण करेंगे. साथ ही शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी भी उनकी ही रहेगी.

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पीड़ित ने कहा कि दुकान संचालक ने बेटियों की शादी तक का खर्च उठाने का वादा भी किया था. इस बीच गंभीर घायल को इलाज के बाद उसके परिजन घर ले कर आए जहां चलने-फिरने असमर्थ मानिक की 2017-18 के बीच मौत हो गई. मानिक की मौत के बाद अब तक उन्हें किसी भी तरह की कोई मदद नहीं दी गई है. अस्पताल से मानिक के आने के बाद उसकी दवा और वेतन देना भी बंद कर दिया गया था.

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