कटनी। पूरे देश मे कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लागू है. लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने वाली पुलिस का मानवीय रूप भी देखने को मिल रहा है. सूरत से एक हजार किलोमीटर का सफर कर कटनी पहुंचे युवकों के पैरों में छाले देख पुलिस के कठोर हृदय भी पिघल गया.
सूरत से लौट रहे राजगीरों की पुलिस ने की सेवा पुलिस का ये चेहरा भी देखना जरूरी
तीन दिन और तीन रात पैदल चलकर भोपाल और उसके बाद ट्रक के साधन से सोमवार की सुबह कटनी बाइपास पहुंचे इन युवकों को देखकर पुलिस ने जख्मों पर खुद अपने हाथों से उनके पैरों में दवाइयां लगाई. और फिर उन्हें उनके घर भेज दिया गया.
सूरत से लौट रहे थे चारों युवक
बता दें कि कटनी जिले के उमरिया के रहने वाले सोमनाथ,सत्यम, विनय पटेल, रविंद्र कुमार लोधी सूरत की एक कंपनी में काम करते थे.लॉक डाउन के चलते कंपनी बंद हो जाने से परेशान थे और घर वापस लौटने का फैसला लिया. कोई साधन न मिलने से जंगल के रास्ते पैदल ही सूरत से भोपाल पहुंचे. भोपाल में पुलिस ने चारों युवकों का मेडिकल चेकअप कराया और साधन उपलब्ध कराकर कटनी बाइपास पहुंचे.
इनके ठीक से चल न पाने के कारण पुलिस टीम ने मानवता दिखाते हुए खुद ही प्राथमिक उपचार किया. पुलिस ने खुद आगे बढ़कर अपने हाथों से जख्मों को साफ कर दवा लगाई. उसके बाद पुलिस ने ना केवल उनके खाने पीने का इंतजाम किया, बल्कि ट्रक में बैठाकर पान उमरिया के लिए रवाना किया.