कटनी। लॉकडाउन के दौरान पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है. यूपी के आजमगढ़ से घायल पत्नी और दो छोटे बच्चों समेत छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जाने निकला परिवार कटनी पहुंचा था. जहां बायपास बेरियर पर तैनात पुलिस की इन लोगों पर नजर पड़ी, जिसके बाद पुलिस ने परिवार को भरपेट खाना खिलाया और एक कार में बैठाकर आगे के लिए रवाना किया. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
मजबूरी और बेबसी से हार चुके परिवार की मदद में जुटा आरक्षक, भरपेट खाना खिलाने के बाद कार से किया रवाना - constable Vijendra Tiwari
यूपी के आजमगढ़ से घायल पत्नी और दो छोटे बच्चों के साथ कटनी पहुंचे एक परिवार की पुलिस ने मदद की. मजदूर परिवार को पहले भरपेट खाना खिलाया और उसके बाद कार में बिठाकर आगे के लिए रवाना किया.
![मजबूरी और बेबसी से हार चुके परिवार की मदद में जुटा आरक्षक, भरपेट खाना खिलाने के बाद कार से किया रवाना Police constable fed food to laborer family, then left by car in katni](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-7207996-521-7207996-1589535733894.jpg)
जब पुलिस ने इस परिवार को देखा तो एक युवक अपनी घायल पत्नी को लकड़ी की बनाई हुई हाथ ठिलिया में बैठाकर आगे बढ़ रहा था. पत्नी के एक पैर में प्लास्टर बंधा हुआ था. जिसे देखकर पुलिस का दिल पसीज गया और मदद के लिए आगे आई. इस पूरी घटना में माधवनगर थाना के एक आरक्षक विजेंद्र तिवारी ने अहम भूमिका निभाई.
बताया जा रहा है कि राकेश कोत्रे अपनी पत्नी रामेशवरी कोत्रे और दो छोटे बच्चों के साथ था. ये ग्राम दलदली थाना मस्तूरी जिला बिलासपुर का रहने वाला है, जो आजमगढ़ में काम करता था. लॉक डाउन के चलते काम धंधा बंद होने से अपने घर छत्तीसगढ़ जाने निकले थे.