कटनी: जिले की सीमा पर स्थित बड़गांव के एक छात्रावास में बच्चों का मेडिकल परीक्षण कर रहे रैपिड रिस्पांस टीम के हेड डॉ. समीर सिंह और डॉ. अनिल जाम नानी हैं, जोकि पीटीआई किट और दस्ताने लगाए बिना ही बच्चों की जांच कर रहे हैं. गुरुवार की देर शाम राजस्थान के कोटा से 4 बस में सवार होकर 65 छात्र कटनी पहुंचे थे. इस तरह से कोरोना योद्धाओं का जीवन खतरे में डाला जा रहा है. ऐसे में अगर कोई कोरोना संक्रमित निकलता है तो इसका जवाबदार कौन होगा.
शर्मनाक! न PPE किट, न मास्क, फिर भी कोरोना संदिग्धों की जांच कर रहे स्वास्थ्यकर्मी
देश में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. कोटा से कटनी पहुंचे 65 छात्रों का मेडिकल कर रही टीम को पीपीई किट और दस्ताने ही नहीं मिले हैं.
प्रशासन की लापरवाही, स्वास्थ्यकर्मी बिना सुरक्षा के कर रहे चेकअप
इस पूरे मामले में जब जिला सीएमएचओ से जिले में पीपीआई किट की उपलब्धता पर सवाल किया गया तो बेशर्मी भरा जवाब भी हैरान करने वाला है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमारे पास करीब 1000 पीपीई किट है, अभी रैपिड टीम को हम लोग दो-दो किट उपलब्ध कराने जा रहे हैं, लेकिन रैपिड टीम के किट हमारे पास नहीं थे, हमारे पास पुनः किट आई है तो हम उपलब्ध करा रहे हैं.