झाबुआ में पर्यावरणविद बन गए सीएम शिवराज सिंह, बोले-पेड़ काटने से हो रहा क्लाइमेट चेंज - cm shivraj planted saplings jhabua
झाबुआ में बच्चों के साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पौधारोपण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पेड़ काटने से क्लाइमेट चेंज हो रहा है, इसके लिए पेड़ लगाना जरूरी है.
झाबुआ में पर्यावरणविद बन गए सीएम शिवराज सिंह चौहान
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Published : Jun 6, 2023, 8:23 PM IST
झाबुआ।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान झाबुआ में बच्चों के साथ पौधा रोपण करते हुए पर्यावरणविद की भूमिका में नजर आए. उन्होंने बच्चों को प्रकृति में पेड़ों का महत्व समझाया तो, वहीं यह भी कहा कि पेड़ों के काटने से क्लाइमेट चेंज हो गया है जिसका नतीजा है कि मई-जून में बारिश हो रही है. दरअसल, झाबुआ से रवाना होने से पूर्व मुख्यमंत्री ने गेल टाउनशिप में बच्चों के साथ पीपल का पौधा लगाया. इस दौरान बच्चे बेहद उत्साहित दिखे. पौधा लगाने के दौरान मुख्यमंत्री ने बच्चो से कहा-"बेटा तुम पेड़ पकड़ो, मामा मिट्टी खिंचेगा." बच्चों के साथ उन्होंने पौधे में पानी भी डाला.
झाबुआ में पर्यावरणविद बन गए सीएम शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री के सवाल और बच्चों के जवाब
मुख्यमंत्री:बताओ पेड़ क्यों लगाना चाहिए ? बच्चे: इससे हमें ऑक्सीजन मिलती है. मुख्यमंत्री: ऑक्सीजन से क्या होता है ? बच्चे: इससे हम सांस ले पाते हैं. मुख्यमंत्री: अगर ऑक्सीजन न मिले तो क्या होगा ? बच्चे: हम मर जाएंगे.
फिर सीएम बन गए पर्यावरणविद:बच्चों से सवाल जवाब के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर्यावरणविद बन गए. उन्होंने कहा "पेड़ हमे जिंदा रखते हैं वो नहीं होंगे तो हम नहीं होंगे. पेड़ है तो हम हैं". फिर मुख्यमंत्री ने कहा कि "पेड़ पर कितनी जिंदगियां पलती हैं. कभी बड़ा पेड़ देखना पीपल या बरगद का. पक्षी कहां रहते हैं, पेड़ पर. उनका घर ही पेड़ है. अन्य छोटे जीव जंतु भी पेड़ पर रहते हैं. यदि पेड़ न हों तो ये जिंदा नहीं रह सकते. हम वहीं से अपना भोजन प्राप्त करते हैं. उसी में अपना घर बना लेते हैं. ये पेड़ मनुष्य के लिए भी जरूरी हैं. पेड़ पक्षियों, जीव जंतुओं के साथ धरती के लिए भी जरूरी हैं".
सीएम ने आगे क्या कहा:मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि "ये जो धरती है, जिस पर हम रह रहे हैं, इस पर पर्यावरण ठीक होना चाहिए. पहले बहुत पेड़ काट डाले, जिससे पूरा पर्यावरण बिगड़ गया. अब देखो अप्रैल-मई में बरसात हो रही है. ये क्लाइमेट चेंज का असर हैं. अगर पेड़ होते तो प्रकृति में संतुलन बना रहता. प्रकृति में संतुलन बना रहे, इसके लिए जरूरी है पेड़ लगाना. पेड़ हम अपने लिए लगाते हैं." मुख्यमंत्री ने कहा "हमारे बाद आने वाली पीढ़ी के लिए भी धरती अच्छी होनी चाहिए. क्या हम इतने स्वार्थी हो सकते हैं कि धरती पर आने वाली पीढ़ियां न जी पाएं." इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी बच्चों के साथ फोटो खिंचवाया और रवाना हो गए.