झाबुआ। झाबुआ सीट पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रचार प्रसार का आज आखिरी दिन है. शाम 5 बजे सभी प्रत्याशियों के पक्ष में होने वाला शोर-शराबा और प्रचार-प्रसार थम जाएगा. कांग्रेस और भाजपा के पक्ष में मध्य प्रदेश और अन्य राज्य से झाबुआ प्रचार के लिए पहुंचे कार्यकर्ताओं को शाम 5 बजे के बाद जिले की सीमा छोड़ने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं, जिसके बाद प्रत्याशी सिर्फ डोर टू डोर वोट मांग सकेंगे.
झाबुआ विधानसभा उपचुनाव: शाम 5 बजे थम जाएगा चुनावी शोर, बीजेपी और कांग्रेस ने झोंकी ताकत
झाबुआ विधानसभा सीट पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव है. इसके लिए चुनाव प्रचार आज शाम पांच बजे थम जाएगा. झाबुआ में मुख्य मुकाबला कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया और बीजेपी के युवा नेता भानु भूरिया के बीच है, हालांकि यहां से कुल पांच प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
प्रचार के आखिरी दिन दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दल अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए दमखम से तूफानी प्रचार करेंगे. कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया के पक्ष में प्रचार करने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ आज झाबुआ के राणापुर में जनसभा करेंगे, तो वहीं भाजपा प्रत्याशी भानु भूरिया के पक्ष में प्रचार के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राणापुर ओर बोरी क्षेत्र में रोड शो और जनसभाएं लेंगे.
झाबुआ उपचुनाव में दोनों ही दलों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए हैं, मगर 21 अक्टूबर को होने वाले मतदान और 24 अक्टूबर को आने वाले परिणाम के बाद साफ हो जाएगा कि किस दल के दावों में कितनी सच्चाई थी और किसे झाबुआ की जनता ने चुना और किसे नकारा. झाबुआ विधानसभा यूं तो कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, लेकिन शिवराज सिंह चौहान की सक्रियता के चलते भाजपा इस गढ़ में सेंध लगाना चाह रही है.