झाबुआ। अप्रैल के महीने में सूरज की तपन लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रही है. जिले में पिछले एक पखवाड़े से तापमान 41 से 42 डिग्री के बीच बना हुआ है. तेज गर्मी के चलते लोगों ने बाहर निकलना बंद कर दिया है. भीषण गर्मी के चलते आम जनजीवन अस्तव्यस्त है.
सूरज बरसा रहा है आग, गर्मी से बचने लोग कर रहे हैं तरह-तरह के जतन - धूप
झाबुआ में 15 सालों के औसत तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है. यहां पड़ रही भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. लोग गर्मी और धूप से बचने के लिए तरह-तरह के जतन कर रहे हैं.
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मौसम विभाग के मुताबिक, जिले में पिछले 15 सालों के औसत तापमान में भी 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है. तेज धूप और लू के थपेड़ों के चलते आलम यह है कि सुबह से शाम तक खुले में निकलने में लोगों के लिए मुश्किल हो रही है. जिसके चलते शहर के प्रमुख बाजारों और आवागमन पर इसका साफ असर दिख रहा है.
वहीं बढ़ते तापमान से बचने के लिए लोग कई तरीके भी अपना रहे हैं. लोग ठंडे पेय पदार्थों का सहारा ले रहे हैं और पूरे शरीर को ढंककर ही बाहर निकल रहे हैं. वहीं तेज धूप और लू से बचने के लिए कई लोग अपने साथ प्याज भी रख रहे हैं. कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर राजेश त्रिपाठी का कहना है कि लगातार वृक्षों की कमी और कम बारिश के कारण क्षेत्र से हरियाली लगभग गायब हो चुकी है. गर्मी के दिनों में डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए विशेषज्ञ तरल पदार्थ और पानी के भरपूर उपयोग की सलाह दे रहे हैं. हालांकि उन्होंने चाय, कॉफी और कोल्डड्रिंक से दूर रहने को कहा है और नींबू पानी, सादा पानी, नारियल पानी, शर्बत पीने की सलाह दी है.