झाबुआ। जिले में लॉक डाउन 2 के तहत प्रशासन लोगों से इसका पालन करने की अपील कर रहा है, ताकि संक्रमण की चेन को झाबुआ में प्रवेश करने से रोका जा सकें, इसके बावजूद लोग सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में भी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. इसी को देखते हुए कोरोना के कहर के मद्देनजर प्रशासन ने जिले से लगने वाले तमाम रास्तों पर कड़ी निगरानी रखना शरू कर दिया, ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति जिले में दाखिल ना हो सकें.
SDOP ने राष्ट्र सुरक्षा के लिए लोगों से की घर से बाहर ना निकलने की अपील
कोरोना रहित अलीराजपुर जिले में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद अब झाबुआ जिले ने विशेष सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है, वही पश्चिमी क्षेत्र में अब झाबुआ एकमात्र ऐसा जिला बचा है जो कोरोना के कहर से दूर है. जिले की सीमा से सटे रतलाम ,अलीराजपुर ,राजस्थान के कुशलगढ़ और गुजरात के दाहोद में कोरोना वायरस के पैर पसारने के बाद स्थानीय प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी है.
इसके साथ ही प्रमुख रेलवे स्टेशन और औद्योगिक क्षेत्र मेघनगर में कोरोना संक्रमण को लेकर स्थानीय प्रशासन ने अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं, यहां के एसडीएम पराग जैन ने बताया की यदि शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलता है तो उसके परिवार के सभी सदस्यों को क्वॉरेंटाइन किया जाएगा और साथ ही इलाके को सील कर 150 मीटर तक सेनिटाइजेशन किया जाएगा. वही इसके लिए शहर को 4 जोन में बांटा गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति होने पर शहर के अलग-अलग भागों को बंद किया जाए. इसके साथ ही एसडीएम ने लोगों से राष्ट्र सुरक्षा के लिए घर से बाहर ना आने की अपील भी की है.