झाबुआ । पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल के अंतर्गत आने वाले मेघनगर सेक्शन ओर उसके आसपास के रेल लाइनों पर सुधार का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है. रेलवे द्वारा कोरोना संक्रमण के चलते 24 मार्च के बाद से यात्री रेलगाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया था. मगर अब धीरे-धीरे रेल प्रशासन यात्री रेलगाड़ियों को फिर से शुरू करने जा रहा है. जिसके चलते रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले रेलवे स्टेशनों की लूप रेल लाइनों पर सुधार काम किया जा रहा है.
थ्रो रेलो को आगे निकालने के लिए होती है लूप लाइन
यात्री रेलगाड़ियों को रेलवे स्टेशनों के मेन ट्रैक से हटाकर जिस साइड ट्रैक पर खड़ा किया जाता है. उसे लूप लाइन कहा जाता है. अमूमन लूप लाइन ट्रैक का उपयोग एक्सप्रेस रेलगाड़ियों और माल गाड़ियों को आगे निकालने के लिए किया जाता है. अप या डाउन ट्रैक पर चल रही रेल गाड़ियों को साइड में खड़ा कर अन्य रेल को आगे निकलने के लिए लूप लाइन की अहम भूमिका होती है. पिछले साढे़ 9 महीनों से इन ट्रैक पर यात्री रेलगाड़ियों का आवागमन कम होने के चलते लूप लाइन मेंटेनेंस नहीं किया गया था.
रेल सेवा शुरू करने की तैयारी
बड़ी संख्या में लगाए गए मजदूर रेल लाइनों की मरम्मत और उनमें बदलाव करते देखे जा रहे है. रेल प्रशासन ने पूरे सेक्शन में बड़ी संख्या में मजदूरों को लगाया है. फिलहाल रेल प्रशासन नियमित रूप से चलने वाली रेल गाड़ियों को स्पेशल नंबरो के साथ कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुऐ चला रहा है. धीरे-धीरे रेलवे अपने पूरी क्षमता के साथ सभी रूटों पर रेल सेवा शुरू करने की कार्ययोजना बना रहा है. जिसके लिए मेंटेनेंस शुरू कर दिया गया है.