झाबुआ। प्रदेशभर में पिछले कुछ दिनों में हुई लगातार झमाझम बारिश के चलते राज्य के कई जिले जलमग्न हो गए. इस दौरान कई लोगों के घर तबाह हुए तो कई लोगों की फसलें चौपट. इस कड़ी में बारिश के कारण बर्बाद हुई सब्जियां अब आम जनता का रुला रही हैं. बारिश के कारण सब्जियां बरबाद हो गई हैं, जिस वजह से उनके दामों में अचनाक काफी उछाल आ गया है. अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान से झाबुआ जिले का किसान भी अछूता नहीं है. सब्जियों के इन बढ़ें दामों ने आम जनता के साथ-साथ सब्जी व्यापारियों को भी परेशानी में डाल दिया है.
पहले कोरोना संकट के चलते हुए लॉकडाउन में सब्जियां बाजार तक नहीं आ सकीं, जिसके चलते किसानों और सब्जी व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ. वहीं अब बारिश के चलते खेतों में ही सब्जियां खराब हो गईं, जिससे जिले में इसकी आपूर्ति मांग के अनुसार न होने पर कीमतें दोगुनी से ज्यादा हो गई हैं. सब्जी दुकानदारों का कहना है कि, बारिश के कारण सब्जी शहर तक नहीं पहुंच पा रही है, जिसके चलते भाव में बढ़ोतरी हुई है.
15 से सीधे 40 पर पहुंचा रेट
जो सब्जियां आज से 15 दिन पहले तक झाबुआ के बाजारों में 20 से 30 रुपए प्रति किलो के दाम पर बिकती थीं, वो सब्जियां अब 70 से 80 रुपए किलो के भाव पर पहुंच गई हैं. टमाटर के कैरेट (20 किलो) पहले दुकानदारों को 150 रुपए से 200 रुपए की दर से मिलता था, वही कैरेट आज 800 रुपए पर पहुंच गया है. मेथी-कीकोड़े के भाव भी 100 रुपए प्रति किलो के पार हो गए हैं.