झाबुआ। झाबुआ पुलिस की साइबर विंग ने 'ऑपरेशन हैलो' के तहत 35 गुम हुए मोबाइल फोन को ट्रेस करके उनके मालिकों को लौटाए हैं. गुम हुए महंगे मोबाइल वापस पाकर लोगों के चेहरे खिल गए. सायबर सेल में कई दिनों से मोबाइल गुम होने की शिकायतें मिल रहीं थी. अचानक मोबाइल गुम हो जाने से लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. अधिकांश लोग अपनी फेसबुक आईडी, जी-मेल इत्यादि लॉगिन करके रखते हैं. अचानक से मोबाइल फोन गुम हो जाने से उनकी आईडी से भी छेड़छाड़ का खतरा रहता है.
झाबुआ पुलिस ने ढूंढे गुम हुए 35 मोबाइल फोन, वापस पाकर खुश हुए लोग - झाबुआ पुलिस की साइबर विंग
झाबुआ में 'ऑपरेशन हैलो' के तहत पुलिस ने 35 गुम हुए मोबाइल फोन ट्रेस करके बरामद किए हैं, जिन्हें उनके मूल मालिकों को लौटा दिया गया. लोग अपने गुम हुए मोबाइल पाकर बेहद खुश हुए.
गुम हुए मोबाइल से धोखाधड़ी और आपराधिक वारदातों में इस्तेमाल करने का खतरा भी बना रहता था. लिहाजा साइबर सेल पूरी सतर्कता के साथ इन मोबाइल फोन के आईएमईआई नंबर से इन्हें ट्रेस करता और लोकेशन की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस की मदद से गुम हुए मोबाइल को बरामद किया जाता. अब तक सायबर सेल की मदद से 75 से अधिक लोगों को उनके गुम मोबाइल, पुलिस ने ढूंढकर सौंपे हैं. 'ऑपरेशन हैलो' के दूसरे चरण के तहत मंगलवार तक साइबर सेल ने विभिन्न कंपनियों के कुल 35 मोबाइल फोन, जिनकी अनुमानित कीमत 4 लाख रुपए है, बरामद किए गए. उक्त मोबाइल आवेदकों को बुलाकर उन्हें प्रदान किए जा रहे हैं.
मोबाइल फोन गुम या चोरी हो जाने पर व्यक्ति को कई तरह की आर्थिक और मानसिक क्षति पहुंचती है. मोबाइल से ऑनलाइन बैंकिंग, नेट बैंकिंग और वित्तीय लेनदेन की जानकारी रहती है, जिससे आर्थिक क्षति की आशंका बनी रहती है.