मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

झाबुआ: खाली कुर्सियों ने सुना CM का भाषण - झाबुआ नगर परिषद

झाबुआ के मेघनगर नगर परिषद ने कम्युनिटी हॉल में स्ट्रीट वेंडर और आम लोगों के लिए मुख्यमंत्री के स्व निधि संवाद कार्यक्रम के सीधे प्रसारण की व्यवस्था की थी. जो बुरी तरह से फेल हो गया.

Empty chairs
खाली कुर्सियां

By

Published : Jan 6, 2021, 10:07 PM IST

झाबुआ। प्रदेश में 2 लाख हितग्राहियों को प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर के तहत ऋण वितरण पूर्ण होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर से वेबकास्टिंग के माध्यम से प्रदेश की चयनित निकायों के पात्र से संवाद किया. मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम को प्रदेश के सभी निकायों में प्रसारित किया जाना था जिससे सरकारी योजनाओं के बारे में आम लोगों को जागरूक किया जा सके. जिले की मेघनगर नगर परिषद ने कम्युनिटी हॉल में स्ट्रीट वेंडर और आम लोगों के लिए मुख्यमंत्री के स्व निधि संवाद कार्यक्रम के सीधे प्रसारण की व्यवस्था की थी. जो बुरी तरह से फेल हो गया.

मुख्यमंत्री के इंदौर में हुए कार्यक्रम के प्रसारण को मेघनगर में दिखने पर नजर परिषद ने हजारों रुपये खर्च किये, लेकिन नतीजा सिफर निकला. कार्यक्रम में आने वाले लोगों के लिए सैकड़ों कुर्सियां लगाई गई थी. पीने के पानी की व्यवस्था , माइक, अथिति सत्कार की व्यवस्थाय की गई. लेकिन आयोजन में स्ट्रीट वेंडर और आम लोगों की भागीदारी ना होने से यह कार्यक्रम पूरी तरह से फेल हो गया. कार्यक्रम आयोजित करने वाले विभाग के कर्मचारी और जिम्मेदार प्रशासन एसडीएम भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति नहीं दे पाए.

देरी को बताया कार्यक्रम फेल होने का जिम्मेदार

तमाम व्यवस्था और तामझाम के बावजूद नगर परिषद के इस कार्यक्रम के फेल होने पर नगर परिषद के सीएमओ विकास का कहना है कि कार्यक्रम तय समय पर शुरू नहीं हो सका. इसलिए लोग इसमें सम्मिलित नहीं हो सके. हालांकि कार्यक्रम के लिए दोपहर 2:30 बजे का समय दिया गया था. मगर मुख्यमंत्री ने यह कार्यक्रम इंदौर में 4 बजे के आसपास शुरू किया. जिसके चलते भी लोगों ने इस कार्यक्रम से दूरी बनाई. मगर हैरानी इस बात की है कि नगर परिषद के प्रशासक बने हुए एसडीएम एलएन गर्ग ने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस कार्यक्रम के प्रति संवेदनशीलता नहीं दिखाई. खुद एसडीएम इस कार्यक्रम में मौजूद नहीं रहे जिसके चलते इंदौर से मुख्यमंत्री का भाषण मेघनगर में सैकड़ों खाली कुर्सियों ने सुना.

ABOUT THE AUTHOR

...view details