इलाज के लिये पड़ोसी राज्य के भरोसे मरीज, डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा MP का ये जिला - स्वास्थ्य विभाग मध्यप्रदेश
झाबुआ जिले अधिकतर आदिवासी मरीज पड़ोसी राज्य गुजरात में जाकर इलाज कराने को मजबूर हैं क्योंकि जिले में डॉक्टरों और सुविधाओं की कमी है. प्रतिमाह 250 प्रसव होने बाद भी यहां महिला डॉक्टर नहीं हैं .
![इलाज के लिये पड़ोसी राज्य के भरोसे मरीज, डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा MP का ये जिला](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-3794863-225-3794863-1562714180815.jpg)
झाबुआ। स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में झाबुआ जिला डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के चलते यहां न तो जरूरत के मुताबिक डॉक्टरों की नियुक्ति की गई और न ही सरकार ने यहां के अस्पतालों के बेसिक स्ट्रक्चर की सुध ली, जिसके चलते जनजातीय समुदाय के मरीजों को दूसरे राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है.
झाबुआ में ट्रामा सेंटर, जिला अस्पताल सहित तमाम तरह की सुविधाएं कागजों पर ही दिखती हैं. लेकिन जिले में न तो ट्रामा सेंटर में विशेषज्ञ डॉक्टर हैं और ना ही साधन. जिले में प्रथम श्रेणी के कुल 84 डॉक्टर के पद स्वीकृत हैं, लेकिन अब तक 13 पदों पर ही सरकार विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति कर पाई है.