झाबुआ। कभी सरकार में रहकर नीतिगत फैसले लेने वाले दिग्गज आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया को अपने ही विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को लेकर कलेक्टर के पास ज्ञापन लेकर पहुंचना पड़ रहा है. झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया अपने झाबुआ विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को लेकर कलेक्टर से मिले और उन्हें राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा.
क्षेत्र की समस्याओं को लेकर कांग्रेस ने दिया राज्यपाल के नाम ज्ञापन कलेक्टर से मुलाकात के दौरान कांतिलाल भूरिया ने कलेक्टर से सरकार के दबाव में उनके विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य बाधित करने का आरोप भी लगाया है. भूरिया ने कहा कि उनके क्षेत्र में पेयजल की समस्या है और पीएचई विभाग उनके कहने के बावजूद भी हैंडपंप खनन का काम नहीं कर रही है. किसानों को बुवाई के दौरान खाद बीज की उपलब्धता नहीं हो रही जिसके चलते उन्हें महंगे दामों पर बाजारों से खाद बीज खरीदना पड़ रहा है.
भूरिया ने कहा कोरोना संकट के चलते गुजरात से लौटे श्रमिकों को गांव में पर्याप्त मजदूरी नहीं मिल रही है. वहीं अधिकारी एक लाख से ज्यादा मजदूरों को गांव में मनरेगा के तहत रोजगार देने की बात कर रहे हैं. भूरिया ने कलेक्टर से कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र की कई समस्याओं को भाजपा नेताओं के कहने पर नहीं सुलझाया जा रहा है जिससे विकास कार्य रुके हुए हैं. इस मामले को लेकर उन्होंने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है और जल्द ही इन समस्याओं को सुलझाने की मांग की है.
इस दौरान भूरिया ने प्रदेश में हो रहे स्थानांतरण को लेकर भी बड़ी बात कही है उन्होंने कहा कि प्रदेश में आरएसएस की मानसिकता वाले अधिकारियों को पोस्टिंग दी जा रही है और काम करने वाले अधिकारियों का तबादला किया जा रहा है