झाबुआ।पिछले 24 घंटे के दौरान वायरल हुआ टाइगर का वीडियो पूरी तरह से फेक निकला. जांच में पता चला कि रेलवे के इंजीनियर नरेश शर्मा ने सोशल मीडिया पर यह वीडियो देखा था और उसे झाबुआ का बताकर वायरल कर दिया था. यह भी सामने आया है कि वीडियो पेंच टाइगर रिजर्व के पास शिवनी-छपरा का है और करीब पांच साल पुराना है. हालांकि इस हकीकत का पता करने से पहले वन विभाग के अधिकारियों को घंटों मशक्कत करनी पड़ी.
टाइगर का एक वीडियो वायरलः दरअसल बुधवार को एक टाइगर का एक वीडियो वायरल हुआ था, यह वीडियो निर्माणाधीन दाहोद-इंदौर रेलवे ट्रेक के अंतर्गत पिटोल कस्बे के पास के गांव पांच का नाका का बताया जा रहा था. वीडियो में टाइगर नजर आ रहा है और कुछ दूर पर एक पोकलेन भी खड़ी है. साथ ही वीडियो बनाने वाला बोल रहा है कि शेर निकला शेर. इस वीडियो को निर्माणाधीन रेलवे ट्रेक का कार्य देख रहे सब इंजीनियर नरेश शर्मा ने वन विभाग के अधिकारियों को भेज दिया. ऐसे में पूरे वन विभाग में हड़कंप मच गया.
डीएफओ ने दिआ सर्चिंग का आदेशः डीएफओ एचएस ठाकुर ने तत्काल एक टीम गठित कर आसपास के पूरे क्षेत्र में सर्चिंग करने के आदेश दे दिए. दल का प्रभारी रेंजर हरिशंकर पांडेय को बनाया गया. उनके साथ पिटोल के परिक्षेत्र सहायक बापूसिंह बिलवाल, वनरक्षक जोरावर सिंह नायक, लालसिंह, गौरव सोलंकी, इरफान खान और जुवान सिंह सेमलिया को शामिल किया गया. इस पूरी टीम ने करीब 5 घंटे तक निर्माणाधीन दाहोद-इंदौर रेलवे ट्रेक के साथ आसपास के करीब 25 किमी के हिस्से में सर्चिंग अभियान चलाया. बावड़ी फाटे से लेकर गुजरात की सीमा पर स्थित खाटापानी और पिटोल से खाटापानी तक टाइगर के पगमार्क ढूंढे गए. इसके अलावा मजदूरों और ग्रामीणों से चर्चा की गई. किसी ने भी टाइगर देखे जाने का जिक्र नहीं किया. (Jhabua Tiger Viral Video)
इस तरह पता चली वीडियो की हकीकतः जब कहीं भी टाइगर का कोई सुराग नहीं मिला तो फिर वन विभाग के अधिकारियों ने रेलवे के सब इंजीनियर नरेश शर्मा से चर्चा की कि क्या उन्होंने स्वयं ये वीडियो बनाया है या फिर कही और से उनके पास ये वीडियो आया है. इसके बाद कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए अधिकारियों को गणेश नामक उस वक्त से संपर्क करने में सफलता मिल गई, जिसने यह वीडियो अपने फेसबुक पेज पर अपलोड किया था. पता चला कि वीडियो पेंच टाइगर रिजर्व के पास शिवनी-छपरा का है और करीब पांच साल पुराना है. उस वक्त वहां भी रेलवे ट्रेक का काम चल रहा था। पुष्टि होने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली.