झाबुआ।पश्चिमी मप्र के आदिवासी अंचल झाबुआ में सिकललसेल मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए एक नई पहल की गई है. इसके तहत लोक संस्कृति के सबसे बड़े उत्सव भगोरिया की ही तर्ज पर जिले में अलग स्थानों पर लगने वाले साप्ताहिक हाट बाजारों को टारगेट किया गया है. अब यहां खरीदारी के लिए आने वाले ग्रामीणों की जांच कर ये पता किया जाएगा कि कहीं वे सिकलसेल से पीड़ित तो नहीं है. इसके आधार पर उन्हें उपचार दिया जाएगा, ताकि वे अपना जीवन यापन सामान्य व्यक्ति की तरह कर सके. सोमवार से इस अभियान की शुरुआत हुई, चूंकि इस दिन बेडावा, कुंदनपुर, रंभापुर और पेटलावद के हाट बाजार का दिन था, लिहाजा यहां ग्रामीणों की स्क्रीनिंग की गई.
गौरतलब है कि भगोरिया उत्सव के दौरान जिले में लगने वाले साप्ताहिक हाट बाजार मेले का रूप ले लेते हैं और यहां ग्रामीणों का हुजूम उमड़ता है. इसके अलावा आम दिनों में भी ग्रामीण अपनी रोजमर्रा की जरूरत का सामान लेने के लिए सैकड़ों हजारों की तादाद में साप्ताहिक हाट बाजार का ही रुख करते हैं. चूंकि गांव-गांव कैंप लगाकर जांच करने में लंबा वक्त लग जाता, ऐसे में कलेक्टर तन्वी हुड्डा ने तय किया कि साप्ताहिक हाट बाजारों को ही सिकेलसेल की जांच का जरिया बनाया जाए. लिहाजा कलेक्टर ने सीएमएचओ और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर पूरा प्लान तैयार किया और अब इसे मूर्तरूप दिया जा रहा है.