झाबुआ। जिले के पेटलावद और खवासा इलाके में टमाटर की बंपर पैदावार हुई है. इसके चलते यहां के किसान मुख्य रूप से टमाटर की खेती करते हैं, लेकिन इन दिनों टमाटर की मांग ना होने और मंडियों में कम भाव मिलने से किसान परेशान हैं और अपनी उपज को मवेशियों को खिलाने के लिए मजबूर हैं.
मवेशियों को टमाटर खिलाने को मजबूर किसान, बंपर पैदावार लेकिन नहीं मिल रहे दाम - tomato rate
झाबुआ जिले के पेटलावद और खवासा इलाके में टमाटर की बंपर पैदावार हुई है, लेकिन इसका सही दाम नहीं मिलने से फसल की लागत भी नहीं निकल पा रही है, जिसके चलते किसान अपनी उपज मवेशियों को खिलाने के लिए मजबूर हैं.
![मवेशियों को टमाटर खिलाने को मजबूर किसान, बंपर पैदावार लेकिन नहीं मिल रहे दाम Farmers feeding tomatoes to animals](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-5977092-thumbnail-3x2-i.jpg)
इन दिनों टमाटर का भाव महज 2 से 4 रुपए प्रति किलो है, अब कहीं किसान टमाटरों को मवेशियों को खिला रहे हैं, तो कहीं खुली सड़क पर फेंक रहे हैं. किसानों का कहना है कि वर्तमान भाव में टमाटर को खेत से तुड़वाने की लागत भी नहीं निकल रही है.
पिछले एक साल से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. पहले अधिक बारिश होने से टमाटर खराब हो गए और अब अच्छी उपज होने के बाद भी भाव नहीं मिल रहा है. वहीं भारत-पाकिस्तान में आई खटास के बाद से ही वहां टमाटर का निर्यात नहीं किया जा रहा, जिसके चलते इसके भाव और मांग पर भी असर पड़ा है.