झाबुआ।कोरोना महामारी का सबसे ज्यादा असर निर्माण कामों पर देखने को मिल रहा है, लॉकडाउन के बाद से सरकारी और निजी काम पूरी तरह से ठप हो गए हैं. लॉकडाउन होने से पहले जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों मकानों का निर्माण काम चल रहा था, जो अब पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है.
झाबुआ में कई मकानों का निर्माण कार्य रूका, लोग परेशान
कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर निर्माण कामों पर देखने को मिल रहा है. सभी दुकानें भी बंद है वहीं सरकारी और निजी काम पूरी तरह से ठप पड़े हुए हैं.
केंद्र और राज्य सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग के साथ निर्माण काम को शुरू करने की एडवाइजरी जारी की है. झाबुआ में अबतक कोरोना का एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं है. बावजूद इसके प्रशासन ने निर्माण कार्यों में कोई राहत नहीं दी है, जिसके चलते गांव में कच्चे मकान तोड़कर पक्के मकान बनाने वालों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है. वहीं बारिश का मौसम शुरु होने से पहले निर्माणाधीन मकानों के काम पूरे ना होने से हजारों लोगों दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
25 अप्रैल तक जिला प्रशासन ने निर्माण कामों को लेकर किसी भी तरह की कोई राहत नहीं दी है. जिसके चलते सरकारी योजना के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी निर्माण काम में देरी हो रही है, लॉकडाउन के चलते निर्माण सामग्रियों की दुकानें भी बंद हैं जिससे लोगों को सामग्रियों की भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.