झाबुआ। 6 फरवरी को बामनिया की एक महिला द्वारा बीजेपी के जिला अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह नायक पर लगाए गए प्रताड़ना आरोपों पर कार्रवाई ना होने से कांग्रेसी ने नाराजगी जताई.कांग्रेसी विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंद सिंह वास्कले से मिला. कांग्रेस विधायक प्रतिनिधि मंडल का प्रतिनिधित्व करते हुए प्रदेश के कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया ने कहा कि महिला और बच्चियों के सम्मान की बात करने वाली भाजपा सरकार ही अपराधियों को संरक्षण दे रही है.
प्रशासन भाजपा नेताओं के दबाव में नहीं कर रहा कार्रवाई
कांतिलाल भूरिया ने कहा कि झाबुआ प्रशासन और पुलिस भाजपा के दबाव में महिला को प्रताड़ित करने वाले जिला अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह नायक पर एफआईआर नहीं कर रही. भूरिया ने कहा कि पुलिस प्रशासन पीड़ित महिला के प्रताड़ना पर कार्रवाई नहीं की तो आने वाली 22 फरवरी को इस मामले को विधानसभा में मुख्यमंत्री ओर गृहमंत्री से सवाल पूछेंगे.
5 दिनों में भी नहीं हुई पुलिस जांच
6 फरवरी को बामनिया की एक महिला ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को एक ऑडियो सीडी और दस्तावेज सौंप कर जिलाध्यक्ष पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था. इस मामले की जांच का जिम्मा पेटलावद एसडीओपी को सौंपा गया था. मगर 4 दिनों तक इस मामले में कोई कार्रवाई ना होने पर गुरुवार को झाबुआ से कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया,पेटलावद विधायक वालसिंह मेड़ा, थांदला विधायक वीरसिंह भूरिया ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की. पुलिस की कार्यप्रणाली पर निराशा व्यक्ति की. विधायकों ने कहा कि अगर महिला के साथ कोई अप्रिय स्थिति या घटना होती है तो उसके लिए पुलिस प्रशासन जिम्मेदार होगी. भूरिया ने इस मामले को विधानसभा में भी उठाने की बात कही है.
कानून व्यवस्था पर सवाल उठाये
झाबुआ में हुई घटना को लेकर कांतिलाल भूरिया ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर बड़ा सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं सुरक्षित नहीं तो प्रदेश की कानून व्यवस्थाओं का सहज अनुमान लगाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि प्रशासन अगर कार्रवाई नहीं करता तो क्या इसे क्या माना जाए ? इन नेताओं को प्रशासन और सरकार का संरक्षण है. इसलिये इस तरह की घटनाएं घटित होती रहेगी. इस मामले को लेकर भूरिया काफी आक्रोशित नजर आए और उन्होंने कहा कि जिले में महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है.