झाबुआ।अनलॉक 1.0 की शुरूआत के बाद प्रदेश सरकार ने तमाम पब्लिक ट्रांसपोर्ट को वाहन सेवाएं जिलों में शर्तों के साथ शुरू करने और अंतरराज्यीय बसों के परिवहन पर रोक लगाने के आदेश दिए थे. जबकि इस आदेश के उलट झाबुआ जिले में स्थानीय स्तर पर बसों की शुरूआत तो नहीं हुई, लेकिन अंतरराज्यीय बसों का परिवहन धड़ल्ले से जारी है. एक तरफ यात्रियों को जिले में एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए साधन नहीं मिल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ दूसरे राज्यों में जाने वाले यात्रियों से बस संचालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं. कुल मिलाकर आम आदमी ही इस चक्की में पिस रहा है.
पुलिस पर हमला
बस संचालकों का साफ कहना है कि प्रदेश सरकार की शर्तों के मुताबिक बसों का संचालन करना संभव नहीं है. 50 फीसदी यात्री संख्या के साथ बस चलाएंगे तो इसमें भारी नुकसान होगा. उनकी मांग है कि सरकार टैक्स कम करे. बस संचालक जिले में कमीशन खोरी का जाल फैलाकर युवाओं को फंसा रहे हैं. अंतरराज्यीय सवारी लाने पर इन युवकों को कमीशन दिया जा रहा है. साथ ही इनसे प्रोटेक्शन भी लिया जा रहा है. अब हालात ये हो गए हैं कि इस तरह के ग्रुप पुलिस पर भी हावी होने लगे हैं. हालात ये हैं इसी तरह के एक ग्रुप ने पुलिस पर हमला तक कर दिया था.
दो गुना किराए की वसूली