झाबुआ।जिले में इस बार 1 लाख 89 हजार हेक्टेयर में फसल की बुवाई का रकबा कृषि विभाग ने तय किया है. विभाग ने झाबुआ जिले की प्रमुख फसल मक्का को प्रमुख उपज वाला बताते हुए इसके भंडारण के लिए भी बढ़ोतरी की संभावना व्यक्त की है. खरीफ फसल के लिए किसानों को लगने वाले उर्वरक यूरिया, डीएपी, एनपीके, पोटाश आदि की पर्याप्त व्यवस्था होने की बात कृषि विभाग ने कही है.
किसानों को नहीं होगी खाद की कमी, खरीफ फसल के लिए पर्याप्त यूरिया और डीएपी मौजूद
झाबुआ में फसलों का रकबा बढ़ने के चलते इस बार ज्यादा मात्रा में यूरिया और एनपीके खाद की जरूरत पड़ेगी. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि वरिष्ठ कार्यालय से उन्हें मांग के अनुसार तमाम उर्वरक उपलब्ध हो रहे हैं .
जिले में फसलों का रकबा बढ़ने के चलते इस बार ज्यादा मात्रा में यूरिया और एनपीके खाद की जरूरत पड़ेगी. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि वरिष्ठ कार्यालय से उन्हें मांग के अनुसार तमाम उर्वरक उपलब्ध हो रही है. जिले में किसानों को सोसायटियों के माध्यम से सरकारी मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है.
कृषि विभाग के अधिकारी ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में भ्रमण कर उर्वरक की मांग पर नजर रखे हैं. जिले में फिलहाल किसानों की मांग के अनुसार पर्याप्त उर्वरक का भंडारण किया जा चुका है. कृषि विभाग के अधिकारियों का दावा है आने वाले दिनों में किसानों को किसी भी प्रकार के उर्वरक की कमी नहीं होने दी जाएगी. विभागीय अधिकारी ने बाजार में लाइसेंसी उर्वरक विक्रेताओं से भी सरकारी मूल्य से ज्यादा कीमत देने पर कार्रवाई करने की बात कही है.