झाबुआ। कोविड-19 के संक्रमण को कम करने के लिए प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को सभी सरकारी अस्पतालों में फीवर क्लीनिक शुरू करने के निर्देश दिए हैं. इन फीवर क्लीनिकों में बुखार,सर्दी,खांसी और जुकाम से पीड़ित मरीजों का अलग से जांच कर इलाज किया जाएगा. झाबुआ जिला अस्पताल सहित जिले के तमाम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर फीवर क्लीनिक शुरू किए गए हैं.
झाबुआ में खोले गए 25 फीवर क्लीनिक, कोविड-19 के संक्रमण को कम करने की पहल - झाबुआ में कोरोना वायरस
कोविड-19 के संक्रमण को कम करने के लिए प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को सभी सरकारी अस्पतालों में फीवर क्लीनिक शुरू करने के निर्देश दिए हैं. झाबुआ जिले में जिला अस्पताल सहित जिले के तमाम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर फीवर क्लीनिक शुरू किए गए हैं.
जिले में 18 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 7 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी फीवर क्लीनिक शुरू किया गया है. अस्पतालों में सरकारी मेडिकल ऑफिसर फीवर क्लीनिक के माध्यम से बुखार पीड़ित मरीजों को देखेंगे. इन क्लीनिक में मेडिकल ऑफिसर अपने विवेकानुसार मरीजों में कोरोना लक्षण के आधार पर उनकी कोविड-19 के लिए सैंपलिंग भी कर सकेंगे. बुखार और सर्दी जुकाम से पीड़ित मरीजों की जांच सामान्य ओपीडी में नहीं होगी बल्कि इसके लिए अलग से ओपीडी की व्यवस्था अस्पतालों में रहेगी.
बुखार से पीड़ित मरीजों को दूसरे मरीजों के संपर्क में आने से रोकने के लिए इस तरह की व्यवस्थाएं की जा रही हैं. झाबुआ के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस बारिया के अनुसार इससे संभावित संक्रमण का खतरा भी कम होगा. फीवर क्लीनिक में आने वाले मरीजों में कोरोना लक्षण दिखने पर मेडिकल ऑफिसर मरीजों को आइसोलेट या होम क्वॉरेंटाइन करने की जानकारी भी देंगे.