जबलपुर। हर व्यक्ति जन्म से ही कुछ अधिकार लेकर आता है, चाहे वो जीने का अधिकार हो या फिर विकास के लिए अवसर प्राप्त करने का अधिकार. 26 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय समानता दिवस हैं जिसे लेकर जबलपुर के युवाओं के एक ग्रुप ने नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया.
समाज में स्त्री को मिले बराबर का दर्जा, नुक्कड़ नाटक के जरिए युवाओं की पहल
जबलपुर के युवाओं के एक ग्रुप ने नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया. समाज में स्त्री के प्रति लोगों की सोच बदलने के लिए युवाओं ने नुक्कड़ नाटक के जरिए यह पहल की है.
अंतर्राष्ट्रीय समानता दिवस पर महिलाओं को पुरुषों के बराबर दर्जा दिलाने के लिए बनाया गया है. इसी मुद्दे को ध्यान में रखकर जबलपुर के 12वीं और फर्स्ट ईयर के इन बच्चों ने नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जिसमें नाटक के जरिए लोगों को समझाया कि परिवार, समाज, ऑफिस से लेकर अलग-अलग क्षेत्रों में किस तरीके से महिलाओं को प्रताड़ित किया जा रहा है.
इस पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के साथ लैंगिक आधार पर किए जा रहे भेदभाव की वजह से महिलाएं इन अधिकारों से वंचित रह जाती हैं. समाज के इस भेदभाव को नाट्क का रूपांतरण और मंचन बच्चों ने खुद ही किया है. बच्चों का कहना है कि वह इस नुक्कड़ नाटक को जबलपुर के कई इलाकों में कर रहे हैं ताकि समाज में स्त्री के प्रति लोगों की सोच बदल सकें.