जबलपुर।बरगी दाएं तट नहर की मझौली-लमकना का 20 फीट का हिस्सा देर रात भरभरा कर बह गया. नहर फूटने से आसपास के गांव की करीब ढाई सौ एकड़ में लगी धान की फसल डूबने से बर्बाद हो गई. नहर फूटने की जानकारी किसानों ने नर्मदा विकास संभाग क्रमांक-4 के अंतर्गत आने वाले सब इंजीनियर-एसडीओ स्तर के अधिकारियों को दी, लेकिन अधिकारी कई घंटे बाद मौके पर पहुंचे. तब तक खेत तालाब बन चुके थे.
नहर का 20 फीट का हिस्सा बहा
बारिश नहीं होने से किसानों ने चार दिन पहले ही धान रोपने के लिए नहर विभाग के अधिकारियों से पानी छोड़े जाने के लिए कहा था. नर्मदा विकास संभाग क्रमांक-4 के अधिकारियों ने देर रात मझौली शाखा नहर से लमकना माइनर नहर में पानी छोड़ दिया, पानी छोड़ने के करीब दो से तीन घंटे के अंदर जुनवानी कला गांव से लगी नहर का करीब 20 फीट का हिस्सा बह गया.
नहर का का पानी आने से बर्बाद हुए धान
नहर फूटने से पानी खेतों में पानी भर गया. सुबह जब किसान खेतों में पहुंचे तो घुटनों से ऊपर तक पानी खेतों में भरा था. करीब 250 एकड़ क्षेत्र में अधिकतर किसानों ने धान रोप दिये थे. घुटनों तक पानी भरने से खेत में लगा धान पूरी तरह बर्बाद हो गया.