जबलपुर। कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने मीडिया से बात की और वर्तमान चर्चित मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने किसान आंदोलन, कोरोना संक्रमण, लव जिहाद, बेरोजगारी व कांग्रेस के रिवाइवल समेत कई मुद्दों पर केंद्र व राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा.
'किसानों के खिलाफ भाजपा का प्रचार'
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार और भारतीय जनता पार्टी किसानों के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए दुष्प्रचार कर रही है. किसानों के मूल मुद्दों को दरकिनार कर कहीं उन्हें खालिस्तान समर्थक,माओवादी, देशद्रोही कह रही है. जबकि ऐसा नहीं है, दिल्ली में जो किसान आंदोलन चल रहा है उसमें ना केवल पंजाब के बल्कि पूरे देश के किसान शामिल हैं. मध्य प्रदेश के किसान नेता भी इस आंदोलन में शामिल हैं. किसान नेता शिवकुमार शर्मा कक्काजी का नाम तो उस सूची में भी शामिल था, जिन किसानों को केंद्र सरकार ने बातचीत के लिए बुलाया था.
'कॉर्पोरेट के दबाव में मोदी सरकार'
विवेक तन्खा का कहना है कि केंद्र सरकार ने किसान विरोधी कानून कॉर्पोरेट सेक्टर के लोगों को खुश करने के लिए बनाया है. किसानों का हक मारा जा रहा है. लिहाजा किसान दुखी है और सड़कों पर है. मोदी सरकार को इन कानूनों में परिवर्तन की इतनी जल्दबाजी क्यों थी कि इन पर किसी सदन में बहस नहीं होने दी. यदि सदन में बहस के बाद कानून बनाए जाते तो शायद इतना विरोध नहीं होता. केंद्र सरकार कॉर्पोरेट जगत को खुश करने के लिए इन कानूनों को बनाए रखना चाहती है.