जबलपुर। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जबलपुर के कांग्रेस कार्यालय पर तोड़फोड़ के बाद यहां की राजनीति में भूचाल आ गया है. इस घटना के बाद कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस कार्यालय से जबलपुर के कोतवाली थाने तक पैदल मार्च निकाला. इस पैदल मार्च में कांग्रेस के पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट, जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू और जबलपुर उत्तर मध्य के विधायक विनय सक्सेना मार्च करके थाने पहुंचे. कांग्रेस ने आरोपी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. कांग्रेसियों की मांग है कि जिन लोगों ने भी यह कृत्य किया है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस लगातार आंदोलन करेगी.
पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ पर विवेक तंखा का बयान, MP की जनता जानती है कांग्रेस पर कौन करवा रहा हमले
बजरंग दल बैन मुद्दे को लेकर आज जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की. जबकि कांग्रेस नेताओं ने इस घटना का विरोध जताया और एफआईआर भी दर्ज कराई है. वहीं राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने ट्वीट कर बजरंग दल की आस्था पर सवाल खड़े किए हैं.
विवेक तंखा का आरोप:इसी मुद्दे पर जबलपुर से राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने ट्वीट करके लिखा है कि भगवान हनुमान के नाम पर राजनीति करने वाले लोग हनुमान भक्त नहीं है. यह केवल राजनीतिक फायदे के लिए भगवान का इस्तेमाल कर रहे हैं. इनके अंदर कोई श्रद्धा नहीं है, वहीं उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए जबलपुर पुलिस अधीक्षक और जबलपुर कलेक्टर से मांग की है कि जिन लोगों ने भी कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की है. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. विवेक तंखा ने ट्वीट में इस बात का इशारा भी किया है कि बजरंग दल द्वारा की गई यह घटना किसके इशारे पर की जा रही है, ये प्रदेश की 8 करोड़ जनता जानती है.
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कांग्रेस विधायक ने दर्ज कराई एफआईआर: इस मामले में जबलपुर पश्चिम के विधायक तरुण भनोट ने भी एक एफआईआर दर्ज करवाई है. जिसमें बजरंग दल के नाम पर आपत्ति दर्ज करवाई गई है. उनका कहना है कि भगवान हनुमान के नाम पर हुड़दंग करने वाले लोगों की वजह से उनकी भावनाएं आहत हुई हैं और उन्होंने नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए तोड़फोड़ करने वाले बजरंगी दल के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. कांग्रेसी नेताओं का आरोप है कि इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध रही है. इसलिए कोतवाली थाने के प्रभारी को हटाया जाए.