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जान हथेली में लेकर जी रहे बरगी बांध के विस्थापित, वीडियो में झलकती लोगों की परेशानी

जबलपुर के बरगी बांध के आसपास के इलाकों में बसे लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए काफी परेशान होना पड़ता है. उनका कहना है कि हर रोज अपनी जान हथेली में लेकर वह बांध को पार करते हैं. इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया में शेयर किया गया है.

villagers crossing the bargi dam in jabalpur
जान हथेली में लेकर जी रहे बरगी बांध के विस्थापित

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Published : Jun 15, 2021, 6:05 PM IST

जबलपुर।बरगी बांध के कैचमेंट एरिया से लगे ग्रामीण इलाकों में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. स्थिति यह है कि वह हर रोज अपनी जान हथेली पर लेकर जरूरत की चीजें जुटाते हैं. ऐसी ही मुश्किलें उठाते हुए कुछ ग्रामीणों का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें ग्रामीण राशन लेकर एक नाव की मदद से बरगी बांध के विशाल जलाशय को पार कर रहे हैं. वीडियो में एक ग्रामीण अपनी और अपने गांव की परेशानियों को गिना रहा है. साथ ही सरकार से गुहार लगा रहा है कि सरकार उनकी परेशानियों को दूर करने के लिए कोई ठोस कदम उठाए.

जान हथेली में लेकर जी रहे बरगी बांध के विस्थापित

विस्थापितों की मजबूरी, वीडियो से जाहिर

दरअसल बरगी बांध जबलपुर, सिवनी और मंडला जिले की सीमाओं से घिरा हुआ है. बरगी बांध के निर्माण के वक्त करीब डेढ़ सौ गांवों को खाली कराया गया था. बांध के निर्माण के बाद जलाशय की सीमाओं पर कुछ गांव ऐसे बच गए जो जिलों के मुख्यालयों से भी दूर हो गए और बांध के विशाल जलाशय से घिर गए. ऐसे में इन ग्रामीणों को अपनी जरूरतो के लिए या तो सैकड़ों किलोमीटर का सफर करना होता है, या फिर जान जोखिम में डालकर नाव से 7 किलोमीटर लंबे जलाशय को पार करना होता है. वीडियो में भी कुछ ग्रामीण बगदरी की उचित मूल्य की राशन दुकान से राशन लेकर अपने गांव बीजासेन और सारंगपुर जा रहे हैं, जिनकी परेशानी आप सुन सकते हैं.

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वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से नाव में राशन लेकर ग्रामीण बांध को पार कर रहे हैं. तेज लहरों के बीच नाव चल रही हैं. बांध में कई हादसे भी हो चुके हैं, जिनमें ग्रामीणों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. बताया जा रहा है कि गांव में न तो उचित मूल्य की दुकान हैं न ही कोई सरकारी सुविधा. ऐसे में ग्रामीणों को केवल सरकार से उम्मीद है कि उनके भविष्य को लेकर सरकार कोई योजना बनाए.

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