जबलपुर। टीएम की क्लोनिंग करके लोगों के बैंक अकाउंट से रुपये निकालने वाले गिरोह का जबलपुर पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो कि प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश का रहने वाला है, जबकि 6 आरोपी अभी भी फरार हैं.
एटीएम की क्लोनिंग कर ठगी करने वाला गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे, एक आरोपी गिरफ्तार
जबलपुर पुलिस ने उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ में एटीएम की क्लोनिंग करके लोगों के बैंक अकाउंट से रुपये निकालने वाले गिरोह का खुलासा किया है.
पुलिस के अनुसार अधारताल निवासी जनार्दन सिंह ने लिखित शिकायत की थी कि, 26 अगस्त 2019 को अधारताल के पीएनबी एटीएम जब रुपये निकाल रहा था, तभी एक लडका एटीएम के अंदर आया और साएड में लगे एटीएम के पास खड़ा होकर गौर से देखने लगा. कुछ देर बाद उसने मदद करने की बात कही और एटीएम कार्ड ले लिया और जब जब रूपये नहीं निकले, तो उसने एटीएम कार्ड वापस कर दिया. अगले दिन जनार्दन को मैसेज आता है कि उसके खाते से 50 हजार रूपये निकाल लिए गए है. इसी तरह 5 जनवरी 2020 को विक्रांत शर्मा ने पुलिस को लिखित शिकायत की थी कि उसके पिता राजेन्द्र कुमार शर्मा का अधारताल स्थित एसबीआई बैंक में एकाउंट है, उसके पिता इंदौर गए हुए थे, जहां से पिता ने 26 दिसंबर 2019 को फोन कर बताया कि, उनके मोबाईल में अकाउंट से 26 हजार रूपये डेबिट का मैसेज आया है.
शिकायत के बाद एसपी ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए टीम गठित की. टीम ने संदिग्धों के फुटेज निकाले और अधारताल, पनागर क्षेत्र में फुटेज के आधार पर मामले की जांच शुरू की. इसी दौरान विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि पनागर में एक में करीब 6 लोग बैठे हैं, जो बाहर के रहने वाले हैं. सूचना पर टीम ने तत्काल दबिश दी और कार में एक व्यक्ति बैठा हुआ मिला. जिसका नाम अब्दुल कलाम प्रतापगढ़ उत्तरप्रदेश का बताया जा रहा है. पुलिस को कार से एक लेपटॉप, एटीएम स्वाईप मशीन, 32 एटीएम कार्ड, 2 मोबाइल मिले. संदेह होने पर अब्दुल कलाम को थाना अधारताल लाया गया और सघन पूछताछ की गई, तो उसने अपने साथी आरिफ खान, ओम प्रकाश जायसवाल, सैय्यद खान, जाहिद अली, वसीम, नसीरूद्दीन, सभी निवासी जिला प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश के साथ मिलकर एटीएम कार्ड की क्लोनिंग करते थे.सभी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है.