जबलपुर। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में इन दिनों एक नया विषय सुर्खियों में है कि उनकी जमीन का एक बड़ा घोटाला हुआ है और इसमें कई बड़े लोग शामिल है. आज अयोध्या का मामला पूरे देश में छाया है. जिसके बाद अब मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता तरुण भनोत ने भी अयोध्या जमीन विषय को लेकर अर्जी वाले हनुमान को ज्ञापन सौंपा और उनसे प्रार्थना की है.
अयोध्या है देश की आस्था का केंद्र
ग्वारीघाट स्थित रामलला अर्जी वाले हनुमान मंदिर पहुंचे पूर्व मंत्री तरुण भनोत ने भगवान को ज्ञापन सौंपा और प्रार्थना की. इसके साथ ही कहा कि अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण में जो देश के दानदाताओं ने जो धनराशि सहयोग स्वरूप मंदिर को दी थी. आज उस राशि का ट्रस्ट और भाजपा के पदाधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है. अयोध्या देश की आस्था का केन्द्र है. करोड़ों भक्त है भगवान श्रीराम के इसके बाद भी भाजपा नेताओं ने भगवान की जमीन की खरीद फरोख्त कर दी है. ऐसे लोगों को भगवान माफ नहीं करेंगे.
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बजरंग बली से भी न्याय की उम्मीद
पूर्व मंत्री तरुण भनोत ने कहा कि श्रीराम के हनुमान परम भक्त है और सम्पूर्ण भारतवासी को आज हनुमान से ही भगवान राम की जमीन पाने न्याय की आस है. ऐसे में अब हम जाए तो कहां जाए. क्योंकि देश की सभी जांच एंजेसी आज केंद्र सरकार के दवाब में कार्य कर रही है. इसलिए अब आप से न्याय की उम्मीद है.
ये था पूरा मामला
दो करोड़ की जमीन को ट्रस्ट ने साढ़े 18 करोड़ में खरीदा है. पहले जमीन की कीमत दो करोड़ थी. लेकिन महज 5 से 7 मिनट में ही डील पक्की हुई और वो कीमत साढ़े 18 करोड़ रुपए हो गई. 10 मिनट के अंतराल में जमीन की कीमत साढ़ 16 करोड़ अचानक से बढ़ गई. यानी प्रति सेकेंड साढ़े पांच लाख रुपये महंगी होती गई. जमीन और 10 मिनटों में कीमत में 9 गुना इजाफा हो गया. जिसके बाद इस मामले में राम जन्मभूमि ट्रस्ट सवालों के घेरे में आ गया है.
ऐसे हुई जमीन की बिक्री ?
जब मंदिर परिसर के आस-पास के मंदिरों को गिराने और शिफ्ट करने का काम शुरू हुआ, उसी दौरान इसके आस-पास की जमीन खरीदने के साथ पुराने करीब आधा दर्जन मंदिरों को गिराकर उसे भी परिसर में शामिल कर लिया गया. आरोपी जमीन की खरीद-फरोख्त मामले से जुड़े एक शख्स ने बताया कि अयोध्या के बाग विलैसी में स्थित 180 बिस्वा (12,080 वर्ग मीटर) जमीन हरीश पाठक और कुसुम पाठक की थी. इसे उन्होंने सुल्तान अंसारी, रवि मोहन तिवारी, इच्छा राम, मनीष कुमार, रवींद्र कुमार, बलराम यादव और अन्य तीन के नाम 2019 में रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कर दिया था.
इस जमीन का सौदा 26.50 करोड़ रुपये में तय हुआ. इसकी सरकारी मालियत करीब 11 करोड़ रुपये आंकी गई थी. 2.80 करोड़ रुपये हरीश पाठक और कुसुम पाठक के खाते में ट्रांसफर कर 80 बिस्वा जमीन की रजिस्ट्री कराई गई. बाकी 100 बिस्वा जमीन एग्रीमेंट धारकों ने अपनी सहमति से दो लोगों के नाम लिख दिया, जिनसे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 18.50 करोड़ में रजिस्टर्ड एग्रीमेंट करवा लिया है.