जबलपुर। पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने बेरोजगारों की आत्महत्याओं को लेकर सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. भनोट का आरोप है कि शिक्षित युवाओं और बेरोजगारों की आत्महत्या के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है, क्योंकि वह ऐसा वातावरण पैदा नहीं कर पाई, जिसके चलते बेरोजगारों को नौकरियां मिल सकें. ऐसे में जो युवा कर्ज लेकर पढ़ाई कर रहे थे, उन्होंने नौकरी नहीं मिल पाने की वजह से हताश होकर मौत को गले लगा लिया है.
व्यापम के जरिए बेरोजगारों से वसूली:भनोट का आरोप है कि एक तरफ राज्य सरकार युवा पंचायत लगा रही है, दूसरी तरफ परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं. ऐसे में मेहनतकश युवा ठगा जा रहा है. बेरोजगार युवाओं को शिवराज सरकार लूट रही है. व्यापम के जरिए परीक्षा फीस के रूप में अब तक 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा की वसूली बेरोजगार युवाओं से की जा चुकी है. इसमें लगभग 455 करोड़ रुपए का व्यापम को शुद्ध मुनाफा हुआ है. तरुण भनोट ने पूछा है कि बेरोजगार युवाओं से फीस लेकरसरकार कौन सा धंधा कर रही है.