जबलपुर। शहर में दूषित पानी सप्लाई के मामले में कलेक्टर भरत यादव ने जांच के आदेश दिये हैं. साथ ही पाइप लाइन नालियों से दूर करने के आदेश भी नगर निगम को दिए गए हैं. पिछले दिनों ये मामला कांग्रेस नेता सौरभ शर्मा ने जिला योजना समिति के बैठक में जोरों से उठाया था, जिसके बाद प्रभारी मंत्री ने जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया था.
जनता को हो रही दूषित पानी की सप्लाई, शिकायत पर जांच शुरू - स्वच्छता सर्वेक्षण में जबलपुर की रैंकिंग
शहर में दूषित पानी सप्लाई के मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं. साथ ही पाइप लाइन नालियों से दूर करने के आदेश भी नगर निगम को दिए गए हैं.
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स्वच्छता में रैंकिंग सुधारने की कवायद
वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण में जबलपुर की रैंकिंग सुधारने की कवायद में लगे कलेक्टर जब रोजाना शहर की सफाई व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं तो उन्होंने भी घरों में दूषित जलापूर्ति होना पाया, जिसके बाद उन्होंने नगर निगम को जलापूर्ति की पाइप लाइन नालियों से दूर करने के आदेश दिए हैं साथ ही पाइप लाइन के मेंटेनेंस में हुए भारी भरकम खर्च पर मिली शिकायत की जांच करने की बात कही है.
150 में से पानी के 135 सैंपल हुए थे फेल
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर भर में 150 जगहों पर वाटर सप्लाई से आने वाले पानी की जांच करवाई था, जिसमें से 135 सैंपल जांच में फेल हो गए थे. दूषित पानी की बड़ी वजह जलापूर्ति की पाइप लाइन का नालियों में डूबा होना है. हालांकि इसके निजात के लिए निगम ने 110 करोड़ रु खर्च किए हैं, पर फिर भी समस्या का निदान न होने के कारण कांग्रेस ने इसे बड़ा भ्रष्टाचार बताया है.