जबलपुर। सरकार की योजना स्टू़डेंट पुलिस कैडेट स्कीम के तहत आईपीएस अमित सिंह ने तीन छोटे-छोटे बच्चों को अपनी कुर्सी पर बिठा दिया. शहर के सरकारी स्कूलों के बच्चे जबलपुर एसपी ऑफिस में जनसुवाई को देखने पहुंचे थे. एसपी ने इन बच्चों में से ही तीन को चुनकर पांच-पांच मिनट के लिए जबलपुर का एसपी बना दिया. एसपी के पास पहुंचे सारे बच्चे पुलिस की ड्रेस में थे. इन बच्चों को ड्रेस भी एसपी ने ही दिलवाई थी.
एक दिन के अंदर बदले तीन 'एसपी', हरएक का कार्यकाल रहा पांच मिनट - एसपी ऑफिस में जनसुवाई को
जबलपुर में एक दिन के अंदर तीन एसपी बदल दिए गए है, इतना ही नहीं हर एसपी का कार्यकाल सिर्फ पांच मिनट रहा. ये सुनकर जरूर अटपटा लग रहा होगा, लेकिन सच है जबलपुर के एसपी अमित सिंह ने तीन बच्चों को पांच मिनट के लिए एसपी बनाया था.
एसपी ने बच्चों को टीआई को वायरलेस से निर्देश देने को कहा. जिसके बाद सपी बने बच्चों ने टीआई से वायरलेस के जरिए निर्देश देते हुए नजर आए. जबलपुर एसपी अमित सिंह ने वायरलेस लेकर कहा कि बच्चों की शिकायत है कि गांजा तस्कर से चीता के जवान पैसे वसूलते हैं. बच्चे पुलिस की वर्दी पहनकर काफी खुश नजर आए. बच्चों को सोशल पुलिसिंग के जरिए एसपी अमित सिंह ने उन्हें मोटिवेट किया.
जबलपुर एसपी अमित सिंह ने बताया कि सरकार की एक योजना है जिसमें सरकारी स्कूलों को पुलिस काम से जोड़ा जाए. इसी क्रम में बच्चों का एक समूह आया था. जिसे उन्होंने पुलिस की वर्दी भी दी. उन्होंने कहा कि इसका मकसद है कि पुलिस और लोगों के बीच की दूरी को खत्म किया जाए और इसके लिए बच्चे सबसे अच्छा माध्यम हैं. जिससे पुलिस को उनके उपयोग में लाया जा सकता है, क्योंकि पुलिस भी उन्हीं की सेवा के लिए है. पुलिस को जितना अच्छा इंटेलिजेंस मिलेगा, पुलिसिंग भी उतनी ही अच्छी होगी.