जबलपुर।बरगी थाना क्षेत्र के गढ़ गोरखपुर के जंगल में मिली अधजली लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दिया है. 28 मार्च को बरगी-घुंसौर रोड किनारे मिली अधजली लाश मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसकी शिनाख्त घुंसौर के बम्हनौदा माल निवासी शैल कुमार पटेल के रूप में की गई थी. हत्या उसके ही बेटे प्रमोद पटेल ने चार अन्य दोस्तों राहुल यादव, राहुल नेमा, आयुष शर्मा, मनोज बैगा के साथ मिलकर की थी. हत्या की वजह शर्मसार कर देने वाली है. बताया जा रहा है कि ससुर बहू पर बुरी नियत रखता था. एक सप्ताह पहले दोनों को मर्यादा लांघते हुए बेटे ने देख लिया था.
बेटे ने दी थी पिता की हत्या की सुपारी
बरगी थाना क्षेत्र के गढ़ गोरखपुर की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है. हत्या की वारदात को अंजाम किसी और ने नहीं बल्कि उसके ही बेटे ने दिया था. बेटे ने पचास हजार रुपये की सुपारी देकर पिता को मौत के घाट उतरवाया था. आरोप है कि बाप बहू पर बुरी नजर रखता था और उससे अवैध संबंध बनाने पर जोर देता था. साथ ही एक सप्ताह पहले दोनों को मर्यादा लांघते हुए बेटे ने देख लिया था. पुलिस ने आरोपी बेटे और चारों सुपारी किलर्स को गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से हत्या में इस्तेमाल कार और टू-व्हीलर जब्त कर लिया गया है.
बहू के साथ छेड़छाड़ करता था पिता
पूछताछ पर मृतक की पत्नि रम्मू बाई ने बताया कि गांव के ही आयुष शर्मा उर्फ छोटू तथा मनोज उर्फ पंडा बैगा शैल कुमार को अपने साथ मोटर साइकल पर बैठाकर ले गये थे. जिसके बाद शैल कुमार घर वापस नहीं लौटे. पुलिस ने आयुष और मनोज की सरगर्मी से तलाश कर अभिरक्षा मे लेते हुये सघन पूछताछ की तो पता चला कि मृतक शैल कुमार बेटे प्रमोद पटेल की पत्नी पर गलत नजर रखता था. यही नहीं छेड़छाड़ करता था.
15 हजार रुपये दिए थे एडवांस
पिता की यह बात पत्नी ने प्रमोद पटेल को बतायी तो प्रमोद पटेल ने गांव के अपने दोस्त राहुल नेमा एवं राहुल नेमा के ड्राईवर राहुल यादव से पिता को ठिकाने लगाने के लिए 50 हजार रुपये की बात की. घटना के लिए प्रमोद ने 15 हजार रुपये एडवांस भी दिये. बाकी के पैसे बाद में देने को कहा. इस पर राहुल नेमा एवं राुहल यादव ने गांव के ही आयुष शर्मा एवं मनोज बैगा से चर्चा की.