जबलपुर। मध्यप्रदेश की छात्राएं डाइटिंग और जंक फूड के चलते एनीमिया का शिकार हो रही हैं. जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी ने बताया है कि पूरे प्रदेश में 16 प्रतिशत लड़कियां एनीमिया की शिकार हैं.
मध्यप्रदेश की 16% छात्राएं हैं एनीमिया का शिकार
जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी ने प्रदेशभर के सभी कॉलेजों की छात्राओं का टेस्ट कराया है, जिसमें पता चला है कि प्रदेशभर में 16 प्रतिशत लड़कियां एनीमिया का शिकार हैं.
मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय की डॉक्टर तृप्ति गुप्ता ने बताया कि उन्होंने पूरे प्रदेश में तमाम कालेजों में छात्राओं का यह टेस्ट करया, जिसमें पता चला कि सिवनी, सतना और रतलाम में लड़कियां सबसे ज्यादा कमजोर हैं. मध्यप्रदेश की लगभग 20% युवा लड़कियां कम खाने की वजह से कमजोरी का शिकार हैं. तृप्ति गुप्ता का कहना है कुछ इलाकों में खाने की कमी है. वहीं शहरी इलाकों में जंक फूड और डाइटिंग के चक्कर में लड़कियां पूरा खाना नहीं खा रही हैं.
कॉलेज के बाद ज्यादातर लड़कियां शादी कर लेती हैं और मां बनती हैं, लेकिन कमजोर शरीर होने की वजह से लड़कियों की मृत्यु हो जाती है. इसलिए लड़कियों को संतुलित आहार, हरी सब्जियां खाना चाहिए जिससे उनका हीमोग्लोबिन बढ़ सके और वह स्वस्थ रह सकें.