जबलपुर।हर साल जहां गुरु पूर्णिमा के अवसर पर पूरे शहर में चहल-पहल रहता था, वहीं इस साल शहर में सन्नाटा पसरा है. गुरू पूर्णिमा के अवसर पर हर साल सबसे ज्याद भीड़ मंदिर और साधु-संतों के आश्रम में हुआ करती थी, लेकिन इस साल कोरोना महामारी के चलते चहलकदमी नहीं हुई. प्रशासन ने भी दो दिन पहले ही सभी गुरुओं को हिदायत दी थी कि कोई भी गुरू उनके पास आशीर्वाद लेने न आए, बल्कि अपने घर में ही बैठकर पूजा-पाठ करें और गुरू पूर्णिमा मनाएं.
शहर के शंकराचार्य मठ, समन्वय सेवा केंद्र, ग्वारीघाट के मंदिर, त्रिपुर सुंदरी मंदिर, बरेला मंदिर कहीं पर भी इस साल लोग नहीं पहुंचे और लोगों ने घर से ही गुरू पूर्णिमा मनाया. कुछ लोग जो मठ और मंदिर पहुंचे, जिन्होंने दूर से ही गुरू को प्रणाम किया और आशीर्वाद लिया. वहीं जबलपुर में आज रविवार के दिन कंप्लीट लॉकडाउन के बावजूद बाहर निकले. जिनसे पुलिस ने 100 रूपए का चालान वसूला.