जबलपुर। रमज़ान के पाक माह के अंतिम रोज़े पर मनाई जाने वाली ईद की चमक कोरोना काल मे जरा भी फीकी नहीं पड़ी. भले ही ईदगाहों पर ईद की नमाज़ अता न हो पाई हो, लेकिन अल्लाह की इबादत का अनोखा तरीका अकीदतमंदों ने खोज निकाला.
ईद पर नजर आई गंगा- जमुनी तहजीब की मिसाल, प्रवासी मजदूरों को सेवई खिला कर दी दिली मुबारकबाद
जबलपुर से गुजरने वाले एनएच- 7 पर गंगा जमुनी- तहजीब की मिसाल उस वक्त नजर आई, जब यहां से गुजरने वाले प्रवासी मजदूरों को सेवइयां खिलाकर स्थानीय लोगों ने ईद की दिली मुबारकबाद दी.
बेशक लॉकडाउन का दौर चल रहा है, लेकिन त्योहार की रौनक कम नहीं हुई है. स्थानीय लोगों ने मिलकर जबलपुर से गुजरने वाले एनएच- 7 पर गरीब और बेबस प्रवासी श्रमिकों को लजीज सेवई खिलाई और ईद की दिली मुबारकबाद दी. गंगा- जमुनी तहजीब का परिचय देते हुए हिन्दू- मुस्लिम भाइयों ने बकायदा मजदूरों को बैठाकर उन्हें सेवई के मीठेपन के स्वाद को परोसा और अपनेपन का भी एहसास कराया. गौरतलब है कि, लॉकडाउन के दौर में प्रवासी मजदूरों का अपने गंतव्य तक जाने का सिलसिला जारी है.
नौतपा के इस तेज तपिश में भी मजदूर बिना रुके मीलों का सफर तय कर रहा है. ऐसे में इन जायरीनों ने गरीब तबके के लोगों का विशेष ध्यान रखते हुए ईद को मौके पर खुद को मानवता की सेवा मे समर्पित कर त्योहार मनाया.