जबलपुर। शहर के नेता सुभाष चंद्र मेडिकल कॉलेज से बर्खास्त सिक्योरिटी सुपरवाइजर की आत्महत्या का मामला सामने आया है. मृतक की पहचान सोमनाथ शर्मा के तौर पर की गई है. परिजनों के मुताबिक अस्पताल प्रबंधन में फैली अव्यवस्थाओं के चलते सोमनाथ शर्मा ने विरोध किया था. जिसकी वजह से उसे नौकरी से निकाल दिया था. साथ ही अधिकारी और ठेकेदार लंबे समय से सोमनाथ को प्रताड़ित कर रहे थे. जिससे परेशान होकर उसने अस्पताल में ही जहर खा लिया जिससे उसकी मौत हो गई.
बर्खास्त सिक्योरिटी सुपरवाइजर ने की खुदकुशी अधिकारियों पर गंभीर आरोप
मृतक के भाई संतोष शर्मा के मुताबिक ठेकेदार और अस्पताल के अधिकारियों ने सोमनाथ को बीते दिन दोपहर में सेटलमेंट के लिए बुलाया था. जिसमें कहा गया कि अगर लिखित आवेदन देकर उच्च अधिकारियों से की गई शिकायत वापिस ले लेगा, तो उसे नौकरी पर रख लिया जाएगा. जब सोमनाथ तैयार हो गया और उसने शिकायत वापिस लेने वाले आवेदन पर दस्तखत कर दिए, लेकिन बाद में अधिकारी और ठेकेदार अपनी बात से मुकर गए. इस बात का सदमा सोमनाथ सहन नहीं कर पाया और अस्पताल में ही उसने जहर खा लिया. मृतक के भाई ने अस्पताल में पदस्थ सीएमओ शुभम शुक्ला, विकाश नायडू, संजय, समेत अन्य अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
ये बात भी सामने आई है कि जब सोमनाथ ने जहर खाया तो अस्पताल प्रबंध ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी और मामले को कई घंटों तक दबाकर रखा और उसका इलाज करते रहे. रात करीब 9 बजे के बाद सोमनाथ की स्थिति बिगड़ती चली गई और उसकी मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया.तब जाकर सीएसपी दीपक मिश्रा ने मामला दर्ज कर कार्रवाई का आश्वासन दिया.