जबलपुर।कोरोना वायरस के चेन को तोड़ने के लिए करीब तीन महीने से लागू लॉकडाउन में नाव चलाकर अपना जीव यापन करने वाले नाविक बेरोजगार हो गए हैं. अब अनलॉक 1.0 में जब सरकार ने कई तरह की रियायत दी हैं, नाव चालकों को अभी नर्मदा में नाव चलाने की अनुमति नहीं दी गई है. जिसके बाद उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
नर्मदा नदी के ग्वारीघाट, तिलवाराघाट और भेड़ाघाट में चलती हैं सैकड़ों नाव
नर्मदा के किनारे बसा जबलपुर जिला आस्था का केंद्र है. नर्मदा के ग्वारीघाट,तिलवाराघाट और भेड़ाघाट में हजारों श्रद्धालु रोजाना दर्शन करने आते थे. दर्शन के दौरान यह श्रद्धालुओं नाव का इस्तेमाल ही करते थे, लेकिन लॉकडाउन में भक्तों और पर्यटकों का आना बंद हो गया था. जिसके चलते नाविकों से रोजगार ही छीन गया. अनलॉक 1.0 सरकार ने कई तरह से रियायत दी है, लेकिन इन नाविकों की ओर ना ही स्थानीय नेताओं का ध्यान गया और ना ही जिला प्रशासन का. ऐसे में अब यह नाविक दो वक्त की रोटी के लिए भी जूझ रहे हैं.