जबलपुर। शहर के बलदेव बाग स्थित स्मॉल वंडर स्कूल में नाथूराम गोडसे को आरएसएस की ड्रेस में दिखाने पर बवाल मच गया है.जिसके बाद एक स्वयंसेवक ने लार्डगंज थाने में शिकायत की थी. जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने गलती मानते हुए कहा कि यह गलती अनजाने में हुई है. हमारी भावना किसी की भी संस्था को धूमिल करने की नहीं है.
आरएसएस की यूनिफॉर्म पहने हुए बच्चे को लेकर मचा बवाल, स्कूल ने मानी गलती - स्मॉल वंडर स्कूल
जबलपुर में नाथूराम गोडसे को आरएसएस की ड्रेस पहनाने के विवाद के बाद स्कूल प्रबंधन ने गलती को मानते हुए कहा है कि यह गलती अनजाने में हुई है.
गौरतलब है कि बीते 2 अक्टूबर को शहर के स्मॉल वंडर स्कूल में गांधी जयंती के मौके पर एक झांकी निकाली गई थी इस झांकी में एक बच्चे को आरएसएस की ड्रेस पहनाकर मंच में नाथूराम गोडसे के रूप में प्रस्तुत किया गया था। आरएसएस की ड्रेस पहने हुए बच्चे के हाथ में बंदूक है जो कि गांधी जी बने बच्चे पर तनी हुई है. सोशल मीडिया में वायरल हो रही फोटो पर आरएसएस ने अपनी आपत्ति जताई है. लिहाजा स्मॉल वंडर स्कूल के खिलाफ लार्डगंज थाने में एक शिकायत की गई है जिसे पुलिस ने कोर्ट के संज्ञान रखा है.
वहीं स्मॉल वंडर स्कूल के प्रबंधन ने अपनी गलती को मानते हुए कहा है कि यह गलती अनजाने में हुई है. स्कूल प्रबंधक पूनम अग्रवाल का कहना है कि जो कुछ भी हुआ है वह अज्ञानता वश हुआ है और इस कार्यक्रम से आरएसएस की छवि को धूमिल करने की किसी भी तरह से स्कूल प्रबंधन की मंशा नहीं थी. हालांकि विवाद बढ़ते हुए देख स्कूल प्रबंधन ने इस पूरी गलती का ठीकरा स्कूल की एक टीचर पर फोड़ दिया है। वही स्कूल प्रबंधन को लगातार इस पूरे मामले के बाद धमकी मिल रही है जिसके चलते स्कूल में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.