जबलपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत ने जबलपुर में भारतीय जनता पार्टी और संघ के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. भागवत ने सभी से अपील की कि हिंदू धर्म की सभी जातियों के लोगों के साथ हमें समरसता बढ़ानी होगी. हमें अपनी आदतें बदलनी होंगी और समाज के सभी वर्गों के साथ अपने संबंध बेहतर करने होंगे. उनके साथ रोटी और पानी का व्यवहार बढ़ाना होगा. आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हिंदू समाज का एक मंदिर, एक श्मशान और एक पानी होना चाहिए. इसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं को कोशिश करनी चाहिए ताकि हिंदू धर्म के बीच में जाति की दीवार को खत्म किया जा सके.
गरीबों के मोहल्लों में काम करना होगा :भागवत ने कहा कि शहरी इलाकों में गरीबी और अमीरी के बीच में दीवारें बन गई हैं. गरीबों और अमीरों के मोहल्ले अलग हो गए हैं. आजकल के बच्चे गरीबी और गरीब को जानते ही नहीं हैं. इसलिए अब लोगों को गरीबों के मोहल्ले में जाकर भी काम करना होगा. हिंदू धर्म के संत स्वामी रामानंदाचार्य ने सभी जातियों के लोगों को दीक्षा दी थी. स्वामी रामानंदाचार्य के शिष्य रविदास, कबीर दास, रैदास जैसे 12 शिष्य थे, जिन्हें संत माना जाता है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अब इन्हें अपना आदर्श बनाया है, ताकि अलग-अलग जातियों के संतों के माध्यम से सामाजिक समरसता बनाई जा सके.