जबलपुर।कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए गए लॉकडाउन ने फूलों की खेती करने वाले किसानों की कमर तोड़ दी है. फूलों की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि आने वाले तीन महीने में भी बाजार सुधरने की संभावना नहीं है. लाखों खर्च कर उन्होंने अपने खेतों में गुलाब तो लगा लिए, लेकिन अब वो गुलाब पौधों पर लगे-लगे ही सूख रहे हैं.
गुलाब की खेती करने वाले मनोज रजक ने बताया कि एक एकड़ जमीन पर करीब दो लाख रुपए खर्च कर गुलाब की खेती की थी. उन्हें उम्मीद थी कि फसल तीन साल तक उत्पादन देगी, जिससे उन्हें अच्छा-खासा लाभ होगा, लेकिन लॉकडाउन ने सब पलट कर रख दिया. लॉकडाउन की वजह से एक तरफ फसल नहीं बिकी, दूसरी ओर पौधे खराब हो रहे हैं. हालांकि, अब भी किसानों ने उम्मीद नहीं छोड़ी है. उनका कहना है कि हो सकता है दीपावली तक बाजार संभले और दोबारा फूलों की मांग बाजार में बढ़े. इसलिए पौधों की देख-रेख कर रहे हैं और इनमें खाद पानी दे रहे हैं.