जबलपुर। संभाग के सबसे बड़े लेडी एल्गिन अस्पताल में बड़े स्तर का ब्लड बैंक स्थापित किए जाने के बाद मातृ मृत्यु दर में कमी देखने को मिल रही है. अस्पताल में ब्लड बैंक की स्थापना से ना सिर्फ मातृ मृत्यु की दर को कम करेगा, बल्कि हर ग्रुप का ब्लड आसानी से यहां उपलब्ध हो रहा है. इससे पहले यहां आए दिन खून की कमी होने के चलते गर्भवती महिलाओं की मौत हो जाती थी.
ब्लड बैंक की स्थापना के लेडी एल्गिन अस्पताल में मातृ मृत्यु दर में आई कमी
लेडी एल्गिन अस्पताल में ब्लड बैंक की स्थापना के बाद मातृ मृत्यु दर में कमी आई है. इससे पहले अस्पताल में ब्लड ना मिल पाने की वजह से गर्भवती महिलाओं की मौत का आंकड़ा बढ़ गया था.
लेडी एल्गिन अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर संजय मिश्रा ने बताया कि यह ब्लड बैंक इंदौर के बाद दूसरा है, जो कि इतने बड़े स्तर का है. जब से यह बैंक स्थापित हुआ है तब से मातृ मृत्यु दर की संख्या में करीब 35 प्रतिशत तक की कमी आई है. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि ब्लड को लार्ज स्तर में रखने के लिए समय समय पर ब्लड डोनेट कैंप भी लगाया जाता है.
डॉक्टर का कहना है कि मातृ मृत्यु का सबसे बड़ा कारण होता है, खून की कमी जो कि ग्रामीण क्षेत्र से आने वाली महिलाओं में ज्यादातर पाया जाता है. यही वजह है कि लेडी एल्गिन अस्पताल में ब्लड बैंक की स्थापना की गई है. यह करीब 10 हजार यूनिट ब्लड हर साल एकत्रित कर मरीजों को दिया जाता है.