जबलपुर। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए किये गए लॉकडाउन के तीसरा चरण का दूसरा हफ्ता शुरू हो गया है. लेकिन प्रदेश के हजारों लोग अभी भी दूसरे देशों और राज्यों में फंसे हुए हैं. इनमें बड़ी संख्या में दूसरे देशों में छात्र और अन्य प्रदेशों में मजदूर फंसे हैं. काम बंद होने के कारण दो वक्त के भोजन के लिए मोहताज लोग पैदल ही निकलने को मजबूर हैं. इस बीच राज्यसभा सांसद विवेक तंखा और उनके बेटे वरुण ने लोगों की घर पापसी के लिए ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है. इसमें दूसरे राज्यों में फंसे लोग पंजीयन कर सकेंगे.
राज्यसभा सांसद विवेक तंखा के बेटे ने किया पोर्टल लांच 15 वकीलों के साथ वरुण ने तैयार किया पोर्टल
सांसद विवेक तन्खा के बेटे वरुण ने 15 युवा अधिवक्ताओं के साथ मिलकर राहत कोरोना डॉट कॉम पोर्टल शुरू किया है. इसमें वरुण और उसके साथी वकील मित्र पोर्टल की निगरानी दिल्ली से बैठकर करेंगे. मजदूरों के साथ आये दिन हो रहे हादसों से सांसद विवेक तन्खा लगातार चिंतित थे. उन्होंने बेटे को पोर्टल बनाने को कहा और आखिर 10 दिन के बाद वेबसाईट शुरू हुई और 3 दर्जन लोगों ने 4 घंटे में पंजीयन कराया. इसमें केरल में फंसे 150 लोगों के समूह ने अपना पंजीयन कराया है.
पोर्टल शुरू करने को लेकर सांसद विवेक तन्खा का मानना है कि कोरोना के कारण काम- धंधे शैक्षणिक संस्थान बंद हैं. ऐसे में प्रदेश के हजारों लोग देश-विदेश में फंसे लोग घर आने के लिए परेशान हो रहे हैं. ऐसे में अब 15 युवा वकीलों के साथ शुरू हुई इस वेबसाईट से लोगों को फायदा मिलेगा. पोर्टल के माध्यम से रोज सरकार को लिस्ट भेजकर वापसी के लिए पहल करेंगे.