जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी का कहना है कि "राजनीति का लंबा अनुभव यह कहता है कि मौजूदा विधायक की एंटी इनकम्बेंसी हो जाती है और ज्यादातर समय लोगों के हारने की वजह यही होती है. यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी महाकौशल में 24 सीटों के साथ जीतकर आएगी और कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ेगा.
भाजपा को मिलेगा एंटी इनकम्बेंसी का फायदा:पिछले चुनाव में महाकौशल की 38 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी को मात्र 13 सिट मिली थी और 24 सीटों पर कांग्रेस जीतकर आई थी. भारतीय जनता पार्टी के नेता और बीते 50 साल से भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रहे राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी का कहना है कि "इस बार कांग्रेस को यह बढ़त नहीं मिलेगी. कमलनाथ जी महाकौशल को अपना गढ़ मान रहे हैं, लेकिन वहां कांग्रेस के खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी फैक्टर काम करेगा. 1970 से अब तक मैंने कई चुनाव देखे हैं, गणित यही कहता है कि मौजूदा विधायकों के खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी फैक्टर काम करता है. इसलिए इस बार इसका फायदा महाकौशल क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी को मिलेगा और पूरी संभावना है कि जिन सीटों पर कांग्रेस जीती थी, वहां भारतीय जनता पार्टी को बढ़त मिलेगी."
क्या एमपी में भाजपा बदलेगी सीएम फेस?ईटीवी भारत ने कैलाश सोनी से पूछा कि क्या शिवराज सिंह चौहान के चेहरे से लोगों को बोरियत हो गई है? इस सवाल के जवाब में कैलाश सोनी ने कहा कि "यह बात सही है कि लगातार एक ही एक चेहरे को देखकर और एक सी बातों को सुनकर लोगों को बोरियत हो जाती है." हालांकि कैलाश सोनी ने यह बात शिवराज सिंह के लिए ना कह कर खुद के लिए कही कि "मैं लगातार 50 सालों से इस इलाके में सक्रिय हूं, लेकिन लोग मुझसे भी बोर होने लगे हैं. बात करूं शिवराज सिंह चौहान की तो उन्होंने जनहित की कई योजनाएं चलाई, लेकिन ऐसा लगता है कि उनकी योजनाएं जरूरत से ज्यादा हो गई हैं और जनता अब उनका पूरा फायदा नहीं उठा पा रही." हालांकि कैलाश सोनी स्पष्ट तो नहीं कह पाए, लेकिन उन्होंने इस बात पर इशारा किया कि सीएम चेहरा बदलने की जरूरत भारतीय जनता पार्टी को है.