जबलपुर। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा मंदिर नुमा केक काटने का मुद्दा सियासी रंग ले चुका है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस को बीजेपी चौतरफा घेर रही है. मध्यप्रदेश पशुपालन एवं पशु संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष Swami Akhileshwaranand महाराज ने भी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा है कि कमलनाथ को पूरे हिंदू सनातन धर्म से माफी (apologize) मांगना चाहिए. (kamal nath should apologize to hindus)
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ऐसा केक काटने से सनातनी भावनाएं आहत हुईंः स्वामी अखिलेश्वरानंद महाराज ने कहा कि मंदिर नुमा और उस पर हनुमान की आकृति बने केक को काटने से सनातनी भावनाएं आहत हुई है. कमलनाथ को यह सोचना चाहिए था कि आखिरकार भगवान की प्रतिमा बनी केक को कैसे काटा जा सकता है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि हिंदू सनातन धर्म में जन्मदिन मनाने की परंपरा पश्चात संस्कृति से बिल्कुल अलग है. कमलनाथ एक तरफ खुद को हनुमान भक्त बताते हैं तो दूसरी तरफ पश्चात संस्कृति का पालन करते हैं. (Jabalpur kamal nath hurt sanatani sentiments)
हिंदुओं से माफी मांगे कमलनाथ कमलनाथ का पश्चात संस्कृति से गहरा नाताःदरअसल पूर्व सीएम कमलनाथ का जन्मदिन 18 नवंबर यानि शुक्रवार को था. ऐसे में लगातार उनके प्रशंसक कार्यकर्ता जन्मदिन मनाते हुए केक काट रहे थे. विवाद तब बढ़ गया जब शिकारपुर में काटे गए एक केक का वीडियो भाजपा ने जारी किया. दरअसल इस वीडियो में साफ तौर पर दिख रहा था कि कमलनाथ एक केक काट रहे हैं. साथ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र गुप्ता भी हैं. केक में बकायदा मंदिर का मॉडल बना हुआ है. जिसमें हनुमान जी की फोटो लगी हुई है. अखिलेश्वरानंद महाराज ने कहा कमलनाथ का पश्चात संस्कृति से गहरा नाता रहा है. इसलिए उन्होंने हिंदू देवी देवताओं का अपमान किया है. कमलनाथ को तत्काल अपने इस कृत्य के लिए हिंदू सनातनियों से माफी मांगना चाहिए.(kamalnath has deep connection with western culture)