जबलपुर।संस्कारधानी में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर तेजी से सामने आने लगे हैं. ऐसे में सरकारी इंतजामों पर अब भार पड़ने लगा है यही वजह है कि आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में कोई परेशानी ना आए. इसको देखते हुए जबलपुर कलेक्टर के निर्देश पर जिले का स्वास्थ्य विभाग अब प्राइवेट हॉस्पिटल में भी कोरोना मरीजों का इलाज शुरू करने जा रहा है.
प्राइवेट हॉस्पिटल में भी होगा कोरोना मरीजों का इलाज, कलेक्टर ने दिये निर्देश
जबलपुर में स्वास्थ्य विभाग अब प्राइवेट हॉस्पिटल में भी कोरोना मरीजों का इलाज शुरू करने जा रहा है. प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना का इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों पर आर्थिक लूट ना हो, ऐसे प्राइवेट अस्पतालों पर अपनी निगरानी जाएगी.
इसके लिए अब तक कुछ प्राइवेट अस्पताल द्वारा अपनी सहमति भी दर्ज करा दी. ऐसे प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना का इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों पर आर्थिक लूट ना हो इसको लेकर भी जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वह ऐसे प्राइवेट अस्पतालों पर अपनी निगरानी रखें ताकि प्राइवेट अस्पताल इलाज के नाम पर मनमानी फीस वसूल न कर सकें. अभी तक कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्राइवेट लैब में इसकी जांच शुरू की जा चुकी है. अब निजी अस्पतालों में मरीजों का इलाज काफी फायदेमंद होगा.
जबलपुर में अभी तक कुल 950 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं जिनमें से 24 मरीजों की मौत भी हो चुकी है. 296 मरीजों का इलाज अभी जारी है. लिहाजा प्रशासन द्वारा निजी अस्पतालों में कोरोना मरीज का इलाज सरकारी मशीनरी पर बढ़ते हुए दबाव को कम करेगा. साथ ही समाज का एक वर्ग जो यहां इलाज कराने में सक्षम है वह आसानी से इसका लाभ भी उठा सकेगा.